बिहार की वर्तिका सिंह फरीदाबाद में बी.टेक करने के लिए आईं थी। वह हमेशा से ही अपने खुद के व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए उत्सुक थीं। फरीदाबाद में उन्होंने ‘बी.टेक चायवाली’ के नाम से अपनी चाय की दुकान खोली है।
भारत में चाय के शौकीनों की कमी नहीं है। यहाँ हर मर्ज़ की दवा है चाय। तभी तो आपने जगह-जगह पर चाय की दुकान देखी होगी। चाय बेचने वाले अक्सर आपको साधारण लिबास में नज़र आते है और अक्सर लोग उन्हें बिना परखे अनपढ़ करार कर देते हैं। लेकिन क्या आपने कभी किसी पढ़ी लिखी चाय वाली के बारें में सुना है? जी हाँ, ज़्यादा हैरान मत होइए। जब देश के प्रधान मंत्री अपने पूर्व जीवन में ‘चाय वाले’ हो सकते हैं तो फिर बी.टेक की छात्रा चाय वाली क्यों नहीं हो सकती।
यहाँ हम बात कर रहे हैं वर्तिका सिंह की। वर्तिका सिंह बिहार की रहने वाली हैं। वह बी.टेक करने के लिए बिहार से फरीदाबाद आईं थी। लेकिन उनकी चाहत थी कि वह अपना व्यापार शुरू करें। वर्तिका ने अपने इस सपने को साकार करने के लिए फरीदाबाद स्थित ग्रीनफील्ड्स के पास अपना खुद का टी स्टॉल खोला है। वर्तिका ने इसे अपने व्यवसाय में लगने वाली कड़ी मेहनत की एक छोटी शुरुआत माना है। उन्होंने अपने इस टी स्टॉल का नाम ‘बी.टेक चायवाली’ रखा है।
Swag Se Doctor नामक इंस्टाग्राम हैंडल से इस वीडियो को शेयर किया गया है, जिसमें वर्तिका ने अपने सपने के बारें में बताया है। उन्होंने विस्तार से बताया है कि कैसे वह व्यवसाय शुरू करने से पहले अपनी बी.टेक की पढ़ाई पूरी करने के लिए चार साल का लंबा इंतज़ार नहीं करना चाहती थी। ऐसा करने की बजाय कैसे उन्होंने फरीदाबाद में ग्रीनफ़ील्डस के पास अपनी खुद की चाय की दुकान खोली है। यदि आप भी अपने दोस्तों के साथ इनके टी स्टॉल पर जा कर चाय की चुस्कियों के साथ चटपटी गपशप करते हुए दिन भर की थकान को मिटाना चाहते है तो आप यहाँ शाम 5:30 बजे से रात 9 बजे के बीच कभी भी जा सकते हैं।
वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्तिका से पहले 25 वर्षीय एम.बी.ए चाय वाला भी काफी मशहूर हुआ था। बाद में इसी चाय वाले ने चाय बेच बेचकर अपना 4 करोड़ का व्यापार खड़ा किया था। सोशल मीडिया पर वर्तिका कि इस वायरल वीडियो को अब तक 55,000 से अधिक बार देखा जा चुका है। इस वीडियो का टिप्पणी अनुभाग भी लोगों की प्रतिक्रियाओं से भरा हुआ है। बहुत से लोगों ने आगामी भविष्य के लिए वर्तिका के स्पष्ट दृष्टिकोण की प्रशंसा की है। कुछ लोगों ने तो वर्तिका की मेहनती प्रवृति की भी सराहना की है। कुछ अन्य लोगों का कहना है कि वह वर्तिका का समर्थन करने के लिए उनके टी स्टॉल पर चाय पीने के लिए ज़रूर जाएंगे।
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