नायब सिंह सैनी ने दिल्ली सरकार के आरोप पर पलटवार कर कहा कि मैं पानी की गुणवत्ता जांच करवाने के लिए तैयार हूँ।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के चलते हुए दिल्ली के पानी की गुणवत्ता पर दिल्ली सरकार के सवाल उठाने से चुनावी गतिविधियों में तेजी आ गई है, बताया जा रहा है की दिल्ली सरकार के दो मंत्री आतिशी और भगवंत मान चुनाव आयोग में शिकायत करेंगे। इधर हरियाणा सरकार इस आरोप की जवाबी कार्यवाही में मानहानि का दावा ठोक सकती है।
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरिवाल ने हरियाणा की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पानी में जहर मिलाया है इसलिए पानी रोक गया है, बताया गया है कि दिल्ली जलबोर्ड के इंजीनियरों की वजह से दिल्ली के लोगों को बचाया गया।
नायब सिंह सैनी ने दिल्ली सरकार के आरोप पर पलटवार कर कहा कि मैं पानी की गुणवत्ता जांच करवाने के लिए तैयार हूँ। सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल के खिलाफ हरियाणा सरकार कोर्ट जाने की तैयारी में है।
नायब सिंह सैनी
केजरिवाल के आरोप पर नायब सिंह सैनी का कहना है कि केजरिवाल की राजनीति सस्ती हो गई है, वे अपने वादे पूरे करने में असमर्थ रहे हैं इसीलिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं, ऐसा करके जहां पैदा हुए वे उसी धरती (दिल्ली) का ही अपमान कर रहे हैं, यमुना जी हमारे लिए पूजिनीय है हम उसमें जहर क्यूँ मिलेंगे? केजरिवल ने 2020 में वादा किया था की यदि यमुना का पानी साफ ना कर सका तो वोट मांगने नहीं आऊँगा।
शिल्पा शिंदे का कहना है कि इस तरह की बातें राज्यों के आपसी संबंधों पर असर डालती हैं, वे चाहती है की यह मामला उपराज्यपाल के ध्यान में रहे क्योंकि ये मामला अंतरराज्यीय संबंधों को प्रभावित है।
दिल्ली जलबोर्ड
दिल्ली जलबोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया कि यमुना में अमोनिया का स्तर सर्दियों के मौसम में अक्टूबर से फरवरी के बीच स्वाभाविक रूप से बढ़ जाता है। जल बोर्ड के जल उपचार संयंत्र 1 पीपीएम तक के अमोनिया को ठीक से उपचारित करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इसके अलावा, 2 से 2.5 पीपीएम तक के अमोनिया का उपचार उच्च अमोनिया वाले पानी को दिल्ली सब ब्रांच और कैरियर लाइन चैनल से प्राप्त पानी से मिलाकर किया जाता है।
दिल्ली मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर मामले पर अपनी पैरवी दी: