उत्तर भारत स्थित हरियाणा में पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने की घोषणा केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने की है। उन्होंने बताया है कि पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गाँव में स्थापित किया जाएगा। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्यागिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह द्वारा इसकी घोषणा शनिवार के दिन नई दिल्ली में की गई।
मोदी सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धी
परमाणु ऊर्जा विभाग द्वारा जारी किए गए ब्यान के मुताबिक़ पहले ज़्यादातर दक्षिण भारतीय राज्यों जैसे तमिलनाडु या आंध्रप्रदेश या पश्चिम में महाराष्ट्र तक ही सीमित थे। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से पिछले आठ वर्षों से महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं जिनमें हाल ही में परमाणु ऊर्जा पर लिया गया यह फैसला प्राथमिकता के अनुरूप साबित हुआ है।
700 मेगावाट की दो इकाइयों को किया गया है स्थापित
मंत्री ने कहा है कि परमाणु ऊर्जा विभाग को परमाणु ऊर्जा संयंत्र खोलने के लिए संसाधनों के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के साथ संयुक्त उद्यम बनाने की भी अनुमति दी गई है, जो एक आगामी और आशाजनक क्षेत्र है और इसमें भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने की क्षमता है। उन्होंने बताया है कि गोरखपुर हरियाणा अनु विद्युत परियोजना (जीएचएवीपी) में 700 मेगावाट क्षमता की दो इकाइयाँ होंगी। इन दोनों इकाइयों में प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) का इस्तेमाल किया जाएगा जिसका डिज़ाइन पूरी तरह से स्वदेशी है। हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव के पास इस पर काम चल रहा है।
परमाणु ऊर्जा के लिए 20,594 करोड़ रुपए किए गए हैं आवंटित
विभाग के ब्यान के मुताबिक़ परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण करने के लिए 20,594 करोड़ आवंटित किए गए हैं जिसमें से 4,906 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। ब्यान में बताया गया है आज की तारीख में कुल वित्तीय प्रगति 23.8 प्रतिशत है। अन्य मुख्य संयंत्र भवनों या संरचनाओं का निर्माण, अर्थात् अग्नि जल पंप हाउस (एफडब्ल्यूपीएच), सुरक्षा से संबंधित पंप हाउस (एसआरपीएच), ईंधन तेल भंडारण क्षेत्र, वेंटिलेशन स्टैक, ओवरहेड टैंक (ओएचटी), स्विचयार्ड नियंत्रण भवन, और अन्य, प्रगति पर है।
विभाग ने ब्यान जारी करते हुए बताया है कि प्रमुख लंबे विनिर्माण चक्र उपकरण/घटकों जैसे प्राथमिक शीतलक पंप, कैलेंड्रिया, रिएक्टर हेडर, ईंधन भरने वाली मशीन के प्रमुख, मॉडरेटर और अन्य हीट एक्सचेंजर्स आदि को खरीदने के लिए आदेश पहले से ही दे दिए गए हैं। अन्य उपकरणों का निर्माण विभिन्न चरणों में जारी है और निर्माण कार्यक्रम को पूरा करने के लिए साइट पर डिलीवरी समय पर होने की उम्मीद है।
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