उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अकराबाद इलाके के जलाली क्षेत्र में 13 अगस्त को तिरंगा यात्रा निकाला गया था. इस
क्षेत्र के एस के इंटर कॉलेज के छात्रों ने 13 अगस्त को पूरे क्षेत्र में तिरंगा यात्रा निकाला था. दरअसल बात यह थी
कि तिरंगा यात्रा निकालते वक्त कॉलेज के छात्रों ने पाकिस्तान के समर्थन पर नारेबाजी की. 13 अगस्त के दिन
तिरंगा यात्रा के कॉलेज बच्चों का वीडियो सोशल मीडिया पर जोरों शोरों से वायरल होने लगा. उस वीडियो में देखा
जा रहा था कि तिरंगा यात्रा में छात्रों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए. उस वीडियो पर जलाली क्षेत्र के पुलिस
इंचार्ज ने प्रिंसिपल और कॉलेज के प्रबंधकों के ऊपर मुकदमा दर्ज किया. इस मुकदमे के बाद प्रिंसिपल और प्रबंधकों
पर धारा 188 उल्लंघन पर पुलिस चौकी इंचार्ज ने मुकदमा दर्ज किया और दोषी करार दिया. इसके अलावा जिन
छात्रों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे उनको भी चिन्हित किया जा रहा है और उन पर भी कड़ी कार्रवाई
की जाएगी. इनमें से कुछ छात्रों को चिन्हित कर लिया है और उनके खिलाफ धारा 153 बी के तहत कार्यवाही की
जा रही है. यह कार्रवाई जलाली क्षेत्र के पुलिस चौकी इंचार्ज ने दर्ज की है.
सूत्रों के मुताबिक जब इस घटना की बात की जानकारी क्षेत्रीय भाजपा विधायक ठाकुर रविंद्र सिंह को मिली तो
उसने पूरी जानकारी को संवेदनशील तरीके से देखा और तुरंत ही पुलिस थाना इंचार्ज पर कार्यवाही करने पर जोर
दिया. और घटना की पूरी जानकारी एलएलसी से टेलीफोन पर ली. विधायक ने बताया कि जब उनको इस वीडियो
का संज्ञान हुआ तो तुरंत ही उन्होंने पुलिस थाना इंचार्ज से बात कर पर इसके उपरांत तुरंत कार्यवाही दर्ज करने की
भी बात कही.
साथ ही कॉलेज प्रशासन का कहना है कि यह उनके कॉलेज के छात्र नहीं है, जिन्होंने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
लगाए हैं. यह बाहरी कुछ छात्र है जो कॉलेज को बदनाम करने का काम कर रहे हैं. कॉलेज प्रशासन द्वारा इस पूरे
मामले की जांच कॉलेज के सीनियर टीचर को सौंपी गई. जिसके बाद सीनियर टीचर का कहना था कि इसमें उनके
कॉलेज के छात्र नहीं थे. उन लोगों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे नहीं लगाए कुछ अन्य तत्व इसमें शामिल हो
गए थे जिन्होंने इस पूरी घटना को अंजाम दिया.