देश में हर साल हजारों महिलाओं को अपनी चपेट में लेने वाले गर्भाशय ग्रीवा कैंसर (सर्विकल कैंसर) का स्वदेशी
टीका मिलने जा रहा है। विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह गुरुवार को जैव प्रौद्यौगिकी विभाग के
सहयोग से तैयार इस टीके को लॉन्च करेंगे।
एक हजार गुना एंटीबॉडी दिखाई अधिकारियों ने बताया कि ‘क्वैड्रीवैलेंट’ देश में विकसित ह्यूमन पेपीलोमा वायरस
(एचपीवी) के खिलाफ पहला टीका होगा। हाल में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने सीरम इंस्टीट्यूट
ऑफ इंडिया (एसआईआई) को इस टीके के उत्पादन की मंजूरी दी थी। एचपीवी यौन संबंधों के कारण संचारित होने
वाला सबसे सामान्य संक्रमण है।
वहीं ‘क्वैड्रीवैलेंट’ टीका चार अलग-अलग वायरस या अन्य सूक्ष्म जीवों जैसे चार विभिन्न एंटीजन के खिलाफ
प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को उत्प्रेरित कर कार्य करता है। इसने करीब 1000 गुना अधिक एंटीबॉडी प्रतिक्रिया प्रदर्शित की
है। भारत में सर्विकल कैंसर 15 से 44 वर्ष के आयु वर्ग की महिलाओं में दूसरा सर्वाधिक संख्या में पाया जाने वाला
कैंसर है।