इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के आगाज से पहले, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सभी टीमों के कप्तानों के साथ बैठक के बाद कुछ महत्वपूर्ण नियम परिवर्तनों की घोषणा की है। ये बदलाव खेल को और रोमांचक और संतुलित बनाने के उद्देश्य से किए गए हैं। प्रमुख परिवर्तनों में शामिल हैं:
- गेंद पर लार के उपयोग की अनुमति: कोविड-19 महामारी के दौरान गेंद पर लार लगाने पर प्रतिबंध लगाया गया था। अब, बीसीसीआई ने इस प्रतिबंध को हटाते हुए गेंदबाजों को फिर से लार का उपयोग करने की अनुमति दी है, जिससे उन्हें गेंद को चमकाने और स्विंग कराने में मदद मिलेगी।
- दूसरी पारी में गेंद बदलने का नियम: ओस के प्रभाव को कम करने के लिए, दूसरी पारी में 11वें ओवर के बाद गेंद बदली जाएगी। यह निर्णय अंपायरों पर निर्भर करेगा कि ओस की स्थिति में गेंद बदलनी है या नहीं। इस बदलाव का उद्देश्य मैच के दौरान संतुलन बनाए रखना है।
- धीमी ओवर गति पर डिमेरिट पॉइंट्स का प्रावधान: अब, धीमी ओवर गति के लिए कप्तानों पर सीधे प्रतिबंध लगाने के बजाय, उनके खाते में डिमेरिट पॉइंट्स जोड़े जाएंगे। प्रत्येक चार डिमेरिट पॉइंट्स पर कप्तान की मैच फीस पर 25% से 75% तक जुर्माना लगाया जा सकता है, और ये पॉइंट्स अगले तीन साल तक प्रभावी रहेंगे।
- वाइड गेंदों के लिए डीआरएस का उपयोग: अब टीमें अंपायर के वाइड देने या न देने के फैसले के खिलाफ डीआरएस का उपयोग कर सकती हैं, जिससे निर्णयों की सटीकता बढ़ेगी।
- इम्पैक्ट प्लेयर नियम का निरंतरता: पिछले सीजन में लागू किया गया इम्पैक्ट प्लेयर नियम इस सीजन में भी जारी रहेगा, जिससे टीमें मैच के दौरान एक अतिरिक्त खिलाड़ी का उपयोग कर सकेंगी।
इन परिवर्तनों का उद्देश्य खेल को और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक और दर्शकों के लिए रोमांचक बनाना है।