आरजी कर कांड के खिलाफ आंदोलन कर रहे बंगाल के जूनियर डाक्टरों और राज्य सरकार के बीच मतभेद बुधवार को भी जारी रहा। राज्य सरकार ने 34 दिनों से जारी हड़ताल खत्म कराने के लिए बातचीत को जूनियर डाक्टरों ने ठुकरा दिया। बुधवार को फिर राज्य सचिवालय नवान्न में शाम में आमंत्रित किया लेकिन वे नहीं पहुंचे।
पांच सूत्रीय मांग पर रहा जोर – Emphasis remained on five-point demands
मुख्य सचिव मनोज पंत द्वारा बातचीत के लिए दोपहर में भेजे गए ईमेल के जवाब में जूनियर डाक्टरों ने प्रस्ताव को ठुकराते हुए बातचीत के लिए पांच नई शर्तें रख दी। जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में बैठक और इसका सीधा प्रसारण करने की मांग शामिल है। शाम में राज्य सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में स्वास्थ्य राज्यमंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और मुख्य सचिव मनोज पंत ने स्पष्ट कहा कि राज्य सरकार डाक्टरों से खुले मन से बातचीत करना चाहती है।
क्या हैं पांच मांगे – what are the five demands
- मृतका के लिए न्याय
- मीडिया के सामने बातचीत
- ममता बनर्जी की मौजूदगी में बैठक तथा इसका लाइव प्रसारण
- सीएम से बातचीत के लिए हमारे अपने 30 प्रतिनिधि (जिसमें राज्य के 26 मेडिकल कालेजों में से प्रत्येक से एक प्रतिनिधी)
- पुलिस आयुक्त समेत तीन वरिष्ठ अधिकारियों को भी हटाने की मांग है।
अब सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम किए जाने को लेकर उठे सवाल – Now questions raised regarding conducting post mortem after sunset
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल की महिला चिकित्सक के शव के सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम किए जाने को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के 2021 के दिशानिर्देशों के अनुसार कानून-व्यवस्था के मामलों को छोड़कर हत्या, आत्महत्या, दुष्कर्म, बरामद क्षत-विक्षत शव और रहस्यमयी मौतों के मामलों में सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम नहीं किया जा सकता लेकिन इस मामले में सूर्यास्त के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के लिए गठित बोर्ड के एक सदस्य ने आपत्ति जताते हुए थाने को सूचना दी लेकिन आरोप हैं कि पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने आपत्ति पर कार्रवाई नहीं की।
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