शिकोहाबाद: गांव लभौआ में रविवार को हुए जादौन राजपूत महासम्मेलन में कई राज घराने शामिल हुए। सभी ने पहले स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान हुए लभौआ राज परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद एकजुटता का संकल्प लिया गया। शारदा द्वारिका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने अन्न क्षेत्र और मोबाइल क्लीनिक का शुभारंभ किया।
सन् 1857 में हुए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में लभौआ राज परिवार के लोग और प्रजाजन शामिल हुए। इसमें सैकड़ों बलिदान हुए। इनकी याद में इस महासम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें सती मां मथुरा देवी की स्मृति में मोबाइल क्लीनिक एवं अन्य क्षेत्र का लोकार्पण किया गया। मुख्य अतिथि करौली राजघराने के राजा कृष्णपाल सिंह और रानी थीं। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ठा. जयवीर सिंह ने धर्मजीत सिंह के चित्र पर पुष्प चक्र अर्पित करने के साथ हो शहीद बाग का भूमि पूजन किया। इस दौरान ने कहा कि हम सभी क्षत्रियों को जनमानस एवं राष्ट्रहित के कार्य में लग जाना चाहिए। क्षत्रिय समाज इकलौता समाज है, जिसने हमेशा कहीं न कहीं देशभक्ति व राष्ट्रहित में प्रतिनिधित्व किया है।