इंदिरापुरम स्थित शक्ति खंड चार में हाल ही में एक नवजात बछड़े पर तेंदुए (leopard) के हमले की आशंका ने स्थानीय residents में हड़कंप मचा दिया है। रविवार रात, एक पशुपालक ने अपनी पालतू गाय के बछड़े की चिल्लाने की आवाज सुनकर बाहर निकल कर देखा, जहां उन्हें बछड़े की पीठ पर गहरा जख्म और घसीटने के निशान मिले।
पशुपालक सतपाल ने बताया कि उन्होंने अंधेरे में एक जानवर की परछाई देखी, जिसके बाद मामला बढ़ गया। हालांकि, वन विभाग की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि निशान जंगली बिल्ली के हैं, लेकिन इस घटना ने तेंदुओं की मौजूदगी को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
अंधेरा होने के कारण जानवर ठीक से दिखाई नहीं दिया। बछड़े के पास आकर देखा तो गर्दन पर गहरा जख्म था, जिसका रात में प्राथमिक उपचार कराया। सतपाल ने बताया कि बछड़े का जख्म देखकर वह भी काफी डर गए, पंजे के निशान भी पड़े थे। ऐसे में उन्होंने तत्काल 112 पर फोन कर शिकायत की। शिकायत के बाद मौके पर पुलिस ने निरीक्षण कर वन विभाग को सूचना दी।
सोशल मीडिया पर तेंदुए के पैरों के निशान की तस्वीर वायरल हो रही है, जिससे लोगों की चिंताएं और बढ़ गई हैं। पुलिस ने तेंदुए की अफवाहों को खारिज किया, लेकिन स्थानीय लोगों के बीच सतर्कता और डर का माहौल बना हुआ है।
अब हर कोई इस सवाल का जवाब खोज रहा है कि क्या यह सिर्फ एक जंगली बिल्ली का मामला है या इंदिरापुरम में सचमुच तेंदुए की सक्रियता बढ़ रही है। समय के साथ स्थिति स्पष्ट होगी, लेकिन फिलहाल चिंता का ये माहौल सभी के दिलों में बसा हुआ है।
गाज़ियाबाद के कोर्ट परिसर में तेंदुए को देखा गया था। तेंदुए की झलक कोर्ट परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद की गई है। इसके बाद एहतियात बरतते हुए कोर्ट परिसर को खाली कराने के बाद इसे बंद करा दिया गया था। इसके बाद वन विभाग और पुलिस की टीम ने एक्शन में आते हुए कांबिंग शुरू की। इससे पहले भी कोर्ट परिसर में तेंदुआ देखा गया था लेकिन उसे पकड़ कर सहारनपुर छोड़ दिया गया था।
हापुड़ जिले के बहादुरगढ़ क्षेत्र के सेहल गांव में दो तेंदुए और एक शावक ने एक किसान के घर पर दस्तक दी। ग्रामीणों में तेंदुओं के आने से दहशत है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तेंदुओं की तलाश की लेकिन तेंदुए वापस खेतों में जाकर छिप गये। अब एक बार फिर ग्रामीणों में तेंदुए के आने से दहशत बन गई है।