जब से तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू में चर्बी मिलाने की बात सामने आई है तभी से मंदिरों में प्रसाद को लेकर नई व्यवस्था होने लगी है। गुरुवार से शुरू हो रहे नवरात्र के चलते गाजियाबाद के तीन मंदिरों में बाजार का बना प्रसाद नहीं चढ़ेगा।
इनमें दूधेश्वरनाथ मंदिर में सोमवार को ही बाजार के प्रसाद पर रोक संबंधी बोर्ड लगा दिया गया था। बुधवार को दिल्ली गेट स्थित देवी मंदिर और संजयनगर स्थित हनुमान मंदिर में भी बाजार का प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है।
पिछले कुछ दिनों से लोग देव प्रतिमाओं पर चढ़ाए जाने वाले बाहरी प्रसाद से बच रहे हैं। बाजार से बने प्रसाद को चढ़ाने और खाने से परहेज कर रहे हैं। इसी क्रम में अनेक भक्तों द्वारा किए गए आग्रह के पश्चात गाजियाबाद में संजय नगर स्थित श्री हनुमान मंदिर सेवा ट्रस्ट ने निर्णय लिया है कि प्रथम नवरात्र तीन अक्टूबर से हनुमान मंदिर में स्थापित सभी देव प्रतिमाओं पर बाजार से बना हुआ कोई भी प्रसाद भोग में नहीं चढ़ाया जाएगा।
मुख्य ट्रस्टी वीके अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि नवरात्र में और उसके पश्चात केवल देव प्रतिमाओं को गुड़, चना, फल, नारियल, मिश्री और पेठा का ही प्रसाद चढ़ाया जाएगा। इसके अलावा जो
मंदिर में बाजार के बने हुए प्रसाद के चढ़ाने पर पाबंदी लगा दी गई है। भक्त इसका पालन भी कर रहे है। अधिकांश भक्त पूजा में गुड़, चना और नारियल चढ़ा रहे है।
महंत नारायण गिरि, दूधेश्वरनाथ मंदिर
हनुमान मंदिर में बृहस्पतिवार से बाजार का प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है। केवल गुड़ चना, फल, मिश्री, पेठा, फूल और नारियल चढ़ा सकेंगे। घर पर बनी खीर, पूरी, हलवा और अन्य खाद्य सामग्री भी चढ़ाई जा सकेंगी।
वीके अग्रवाल, मुख्य ट्रस्टी श्री हनुमान मंदिर सेवाट्रस्ट संजयनगर
देवी मंदिर में आने वाले भक्तों से बाजार का बना हुआ प्रसाद न चढ़ाने का अनुरोध किया गया है। इसका एक अनुरोध बोर्ड लगा दिया गया है। भक्त इसका पालन भी कर रहे हैं। अधिकांश भक्त पूजा में गुड़, चना और नारियल चढ़ा रहे हैं।
गिरिशानंद गिरि, देवी मंदिर, दिल्ली गेट
भक्त अपने घर से प्रसाद जैसे खीर, पूरी, हलबा, भोजन अथवा अन्य किसी भी प्रकार का खाद्य पदार्थ बनाकर लाएगा, उनका भी भोग लगाया जा सकता है।
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