आज यानि 12 जुलाई से उत्तराखंड राज्य में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू कर दिया गया। उत्तराखंड पहला राज्य है जहां नई शिक्षा नीति को लागू किया गया है। सीएम पुष्कर धामी ने शिक्षा महानिदेशालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नई शिक्षा नीति की शुरुआत की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने मंगलवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ननूरखेड़ा में ‘बाल वाटिका कक्षा’ का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय भवन का लोकार्पण एवं एस.सी.ई.आर.टी भवन का शिलान्यास भी किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि अब आँगनबाड़ी केंद्रों में भी एलकेजी और युकेजी पाठ्यक्रम पढ़ाया जायेगा। वहीं उन्होंने पीएम मोदी की सरहाना करते हुए, यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आयी यह नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश में परिवर्तन लाने का काम करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहीं बड़ी बातें
अन्य राज्यों की तुलना में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने में उत्तराखंड पहले नंबर पर रहा। गौरतलब है कि प्रथम चरण में राज्य में प्रारंभिक शिक्षा के तहत करीब पांच हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में बाल वाटिका कक्षाओं में नई शिक्षा नीति को अमल में लाया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 2030 तक राज्य में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पूर्ण रूप से लागू करने की बात कही। उन्होने कहा कि अब सरकार का लक्ष्य केवल शिक्षा के क्षेत्र में कुछ बड़ा करने का है जो देश में उदहारण पेश कर सके।