लिवर सिरोसिस बीमारी से पीड़ित 12 साल की बच्ची ने बुधवार को पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
परिजनों के अनुसार बच्ची अपनी बीमारी को लेकर पिछले कई महीनों से तनाव में रह रही थी. मूल रूप से हरदोई
के रहने वाले रामरतन अपने परिवार के साथ सेक्टर 52 में स्थित माता कालोनी में किराए के मकान में रहते हैं.
वह मेहनत मजदूरी करके परिवार का गुजारा करता है. दोपहर के वक्त सभी सो रहे थे इसी बीच उनकी बेटी
मुस्कान और सोनाक्षी ने घर के आंगन में लगे नीम के पेड़ से दुपट्टे का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी.
राम रतन कमरे से बाहर आए तो उन्होंने अपनी बेटी का शव लटका हुआ देखा. उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस
को दी. सेक्टर 24 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारा पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला.
थाना प्रभारी ने बताया कि मुस्कान पिछले कई सालों से लिवर सिरोसिस की बीमारी से जूझ रही थी. परिजनों ने
बताया कि बीमारी के कारण वह तनाव में रह रही थी. परेशान बच्ची ने आत्महत्या कर ली पिता राम रतन ने
बताया कि कुछ दिनों से उनकी पत्नी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी. इसको लेकर पूरा परिवार परेशान था.
लिवर सिरोसिस की बीमारी ने मुस्कान के अंदर डर पैदा कर दिया फिर उसमें उस पर घाव की तरह कुछ निशान
पड़ जाते हैं. यह लिवर को ठीक से काम करने से रोकते हैं.
पुलिस के मुताबिक मुस्कान ने लिवर सिरोसिस की बीमारी के बारे में यूट्यूब पर वीडियो देखे थे. इसके बाद से
वह परेशान रहने लगी आर्थिक स्थिति में ठीक नहीं होने की वजह से परिवार अपने बच्चे का निजी अस्पताल में
उपचार नहीं करा पा रहे थे. सरकारी अस्पताल में बच्ची का इलाज जारी था.
लिवर सिरोसिस की पहचान जल्द होने पर इलाज संभव है. हेपेटाइटिस, मेटाबॉलिक, ऑटोइम्यून आदि बीमारी के
नई कारण हो सकते हैं. एडवांटेज में इलाज काफी मुश्किल है.