गृहिणी से राजनेता बनी अन्नपूर्णा देवी ने रविवार को नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली। 1998 में अपने पति की मृत्यु के बाद मजबूरन राजनीति में उतरना पड़ा था, लेकिन अन्नपूर्णा देवी ने लगातार तरक्की की और अब मोदी 3.0 कैबिनेट में महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। अन्नपूर्णा देवी ने स्मृति ईरानी की जगह ली है, जो अमेठी से चुनाव हार गई हैं।
अन्नपूर्णा देवी यादव 2024 से 5वीं महिला एवं बाल विकास मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। वह झारखंड के कोडरमा से लोकसभा (भारत की संसद के निचले सदन) की सांसद भी हैं, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में 2019 का भारतीय आम चुनाव जीता था। वह भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक हैं। इससे पहले, वह राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य के रूप में कोडरमा से झारखंड विधानसभा के लिए चुनी गई थीं।
अन्नपूर्णा देवी यादव के बारे में
नाम | अन्नपूर्णा देवी यादव |
जन्म | 2 फरवरी 1970 |
जन्म स्थान | अजमेरी, बिहार, भारत |
शिक्षा | रांची विश्वविद्यालय |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
जीवनसाथी | रमेश प्रसाद यादव |
संसद के सदस्य | कोडरमा |
अन्नपूर्णा देवी यादव का राजनीतिक करियर
उनके जीवन में एक नाटकीय मोड़ तब आया जब उनके पति रमेश यादव, जो आरजेडी के विधायक थे, की 1998 में अचानक मृत्यु हो गई। भाग्य ने उन्हें राजनीति के मैदान में धकेल दिया, वह एक अज्ञात रास्ते पर एक कठिन यात्रा पर निकल पड़ीं। 2012 में, उन्हें झारखंड में कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया और सिंचाई, महिला और बाल कल्याण और पंजीकरण का प्रभार दिया गया।
उनकी सबसे नाटकीय राजनीतिक जीत 2019 में हुई, जब उन्होंने भाजपा के टिकट पर झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के बाबूलाल मरांडी को 4.55 लाख वोटों के बड़े अंतर से हराया। एक दुखी विधवा से लेकर केंद्र सरकार में एक प्रमुख व्यक्ति बनने तक का उनका सफर किसी राजनीतिक महाकाव्य से कम नहीं है, जो अप्रत्याशित मोड़ और नाटकीय जीत से भरा है।
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