सचिन तेंदुलकर – Sachin Tendulkar

भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित सचिन तेंदुलकर को क्यों कहा जाता है क्रिकेट का भगवान?

क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल, सन् 1973 को मुंबई शहर में हुआ था। सचिन तेंदुलकर का पूरा नाम सचिन रमेश तेंदुलकर है। क्रिकेट जगत में सचिन तेंदुलकर को महान बल्लेबाजों में से एक माना जाता है, जिन्होंने अपने समय में वो रिकॉर्ड कायम किये जिन्हें आज तक कोई दूसरा बल्लेबाज नहीं तोड़ पाया है। सचिन तेंदुलकर न केवल क्रिकेट की दुनिया में बल्कि इससे बाहर भी लाखों-करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। क्रिकेट के इतिहास में सचिन तेंदुलकर ने अंतर्राष्ट्रीय मैचों में कई कीर्तिमान स्थापित किए, जिस वजह से उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

सचिन तेंदुलकर के बारे में

नामसचिन तेंदुलकर
पूरा नामसचिन रमेश तेंदुलकर
अन्य नाम क्रिकेट का भगवान, लिटिल मास्टर, मास्टर-ब्लास्टर
जन्म तिथि 24 अप्रैल, सन् 1973
जन्म स्थान मुंबई
पिता का नाम रमेश तेंदुलकर
माता का नाम रजनी तेंदुलकर
पत्नी का नाम अंजलि तेंदुलकर
बच्चे 2 (सारा तेंदुलकर, अर्जुन तेंदुलकर)
टेस्ट डेब्यू15 नवंबर, 1989
वनडे इंटरनेशनल डेब्यू18 दिसंबर, 1989
रिटायरमेंट16 नवंबर, 2013

सचिन तेंदुलकर को क्यों कहते हैं क्रिकेट का भगवान?

मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट के इतिहास में उन मुकाम को छुआ है, जहां तक अभी कोई ओर नहीं पहुंच पाया है। आपको बता दें कि सचिन तेंदुलकर वनडे वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। सचिन ने अपने करियर में 200 टेस्ट और 463 वनडे मैच खेले हैं। वनडे मैच में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी में सचिन तेंदुलकर का नाम लिस्ट में सबसे ऊपर है। क्रिकेट के इतिहास में 100 शतक लगाने का, टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा बाउंड्री लगाने का और सबसे ज़्यादा वर्ल्ड कप मैच खेलने का रिकॉर्ड भी सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज है।

सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट करियर

सचिन तेंदुलकर को मिलने वाले पुरस्कार

भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जब भी क्रिकेट के इतिहास की बात होगी, तो सचिन तेंदुलकर का नाम उन खिलाड़ियों में गिना जाएगा, जिन्होंने हर बार एक नया रिकॉर्ड कायम कर उन युवा क्रिकेट खिलाड़ी को प्रेरित किया जो क्रिकेट जगत में अपना भविष्य संवारना चाहते हैं। और वो लोग सबसे ज़्यादा सौभाग्यशाली हैं जिन्होंने सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट मैच खेलते और शतक जड़ते हुए देखा है।