रामनवमी हिन्दू धर्म का एक विशिष्ट त्यौहार है। प्रत्येक वर्ष यह त्यौहार चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जन्म हुआ था। इस दिन जगह – जगह भंडारों का आयोजन किया जाता है। साथ ही इस दिन मंदिरों में एक खास तरह की रौनक देखने को मिलती है। राम नवमी के इस खास मौके पर पश्चिम बंगाल के मायापुर स्थित इस्कॉन मंदिर में भगवान को 7,000 पकवानों का भोग लगाया गया।
Iskon Mayapur : क्यों है मायापुर खास ?
पश्चिम बंगाल भारत का एक बेहद समृद्ध राज्य है, जिसके नदिया जिले में मायापुर नगर स्थित है। असल में मायापुर हुगली नदी और जलांगी नदी के बीच के क्षेत्र में स्थित है। यह कोलकता से 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप रेलवे या किसी दूसरे सड़क परिवहन के माध्यम से यहाँ आसानी से पहुँच सकते हैं। अब इस स्थान की खासियत और भी बढ़ने जा रही है क्योंकि यहाँ दुनिया का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बनने जा रहा है। यह मंदिर भगवान राधा माधवा को समर्पित है। जानकारी के मुताबिक़ इस मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2010 में आरम्भ कर दिया गया था।
Iskon Mayapur : कब तक पूरा होगा मंदिर का निर्माण कार्य ?
पहले मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2023 तक पूरा होने की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन कोरोना माहामारी की वजह से मंदिर का निर्माण कार्य बीच में रुक गया था। ऐसे में अब मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2024 तक पूरा किया जा सकता है। फिलहाल मंदिर का निर्माण कार्य अभी भी जारी है।
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