ज्योतिष के अनुसार जानें, कब होगी वर्षा?

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ज्योतिष एक प्राचीन भारतीय विद्या है। यह ग्रहों, नक्षत्रों, आदि की स्थिति पर आधारित है। ग्रहों की दृष्टि से वर्षा की संभावित तारीखें देखने के लिए पढ़ें यह लेख। 

वर्षा विचार : आर्द्रा का प्रवेश कर्क लग्न जल राशि में हो रहा है, सूर्य के साथ शुक्र होने से वर्षा काल में अधिकांश भागों में वर्षा सामान्य रहेगी, उत्तर दक्षिणी भागों में सामान्य से अधिक वर्षा होगी, पश्चिम और वायव्य कोण में वर्षा संतोषजनक रहेगी, कहीं-कहीं वर्षा की अधिकता से फसलों को हानि होगी, ईशान कोण में वर्षा की * अधिकता रहेगी, नैऋत्य कोण में असामान्य वर्षा, कहीं अति वर्षा, बाढ़ और कहीं वर्षा की कमी होगी। मेघेश शनि होने से पृथ्वी पर वर्षा की कमी होती है, प्रजा नये रोगों से पीड़ित होगी, रोहिणी निवास पर्वत पर होने से अल्पवृष्टि का योग बनता है, कुल मिलाकर ग्रहयोगों के विचार से कहीं वर्षा अच्छी तो कहीं वर्षा में कमी होगी, कहीं सूखा की स्थिति निर्मित होगी, चौपायों को कहीं ज्यादा वर्षा से और कहीं पानी की कमी से पीड़ा होगी।

जनवरी (January)

दिनांक – 1, 2, 3, 11, 12, 13, 22, 23 तक कहीं-कहीं वर्षा, बूंदाबांदी, वायु, शीतलहर, हिमपात, तुषार, कोहरा आदि के संकेत हैं।

फरवरी (Februar y)

दिनांक – 2, 3, 4, 8, 9, 10, 16, 17 तक वायु, बादल चाल, बूंदाबांदी, छुटपुट वर्षा, असामयिक शीतलहर, हिमपात, बिजली का तांडव, उत्तर पश्चिम में कहीं ओलावृष्टि के संकेत हैं।

मार्च (March)

दिनांक – 1, 2, 3, 7, 9, 10, 29, 30 तक बूंदाबांदी, तूफान, बादल चाल का योग है।

अप्रैल (April)

दिनांक – 4, 5, 6, 9, 10, 16, 18, 21, 22, 23 तक कहीं-कहीं बूंदाबांदी, कहीं आँधी और अचानक तापमान में वृद्धि का योग है।

मई (May)

दिनांक – 7, 8, 9, 10, 11 तक तथा मासांत में बूंदाबांदी, बादल चाल का संकेत है। खासतौर पर पर्वतीय भागों में वर्षा होगी, तापमान में विशेष वृद्धि – होगी, आँधी, तूफान और लू से पीड़ा हो सकती है।

जून (June)

दिनांक – 10, 11, 12, 13, 14, 24, 25, 29 तक कहीं-कहीं आँधी, तूफान, वर्षा, बूंदाबांदी के योग हैं। लू-लपट से जनधन की हानि होगी, कोई – बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

जुलाई (July)

दिनांक – 1 से 5, 10 से 13, 15, 16 और 20 से 25 तक वर्षा, वायु बादल चाल, बिजली की गरजना और कहीं-कहीं अतिवृष्टि का संकेत है। इस मास में अच्छी वर्षा का योग है परन्तु कहीं-कहीं खण्डवृष्टि, वर्षा में कमी की सम्भावना रहेगी।

अगस्त (August)

पूर्वार्द्ध में अच्छी वर्षा का योग है, कुछ भागों को छोड़कर उत्तरार्द्ध में वर्षा का योग साधारण उत्तम रहेगा, कहीं अतिवृष्टि से हानि हो सकती है।

सितम्बर (September)

दिनांक – 3 से 6, 8 से 12, 17 से 20, 24 से 26 तक कहीं-कहीं अच्छी वर्षा और कहीं बूंदाबांदी और कहीं वर्षा की कमी होगी, कहीं अतिवृष्टि से नुकसान भी हो सकता है।

अक्टूबर (October)

दिनांक – 3 से 5, 8 से 10 तथा 25 तक कहीं-कहीं वायु, बादल चाल, बूंदाबांदी का संकेत है।

नवम्बर (November)

दिनांक – 1 से 5, 12 से 18, 24 से 29 तक कहीं-कहीं वायु, बादल चाल, वर्षा आदि का योग और शीत लहर में वृद्धि होगी।

दिसम्बर (December)

दिनांक – 16 से 20 और 29 से 31 तक वर्षा, ओलावृष्टि, हिमपात आदि का योग है। कहीं वायु, बादल चाल, बिजली गरजना, शीतलहर, कहीं ओलावृष्टि, तुषार, बूंदाबांदी का योग है।

credit : ज्योतिषाचार्य पं. विनोद गौतम

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