भारत की धरती पर कई वीर सपूतों ने जन्म लिया है। भारत को मुगलों और अंग्रेज़ों के शासन से मुक्त कराने में भारत के इन वीरों का अभूतपूर्व योगदान रहा है। इन वीरों में कई भारतीय शासक ऐसे भी थे जिन्होंने मुगल शासकों को धूल चटा दी। इन शासकों में एक नाम छत्रपति शिवाजी महाराज का भी है।
छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 16 फरवरी 1630 को पुणे के पास स्थित शिवनेरी के दुर्ग में हुआ था। उनका पूरा नाम शिवाजी भोंसले था। उनके पिता का नाम शाहजी और माता का नाम जीजाबाई था। छत्रपति शिवाजी महाराज एक कुशल शासक होने के साथ ही सैन्य रणनीतिकार और वीर यौद्धा थे। वह सभी धर्मों का सम्मान करते थे। छत्रपति शिवजी महाराज मराठा शासक थे, जिन्होंने मुगलों से युद्ध करते हुए उन्हें कई बार घुटने टेकने पर भी मजबूर किया था।
शिवाजी की मृत्यु 3 अप्रैल 1680 को उनके रायगढ़ किले में हुई थी। लेकिन शिवाजी की मृत्यु को लेकर इतिहासकारों के बीच मतभेद की स्थिति बनी हुई है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि उनकी मृत्यु स्वाभाविक थी लेकिन कुछ इतिहासकारों का कहना है कि उन्हें ज़हर दिया गया था, जिसे पीने के बाद उन्हें खून की पेचिस हुई और उन्हें बचाया नहीं जा सका। इसके बाद से 3 अप्रैल को उनकी पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है।