Men’s Hockey Worldcup 2023
साल 2023 में भारत को पुरुष हॉकी विश्वकप की मेजबानी करने का सुनहरा मौका मिला है। इस बात की घोषणा शुक्रवार को स्विटजरलैंड (Switzerland) के लॉसाने (Liaison) शहर में हुई एफआईएच (इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन) एक्जिक्यूटिव बोर्ड की बैठक के बाद की गई। भारत के अलावा दो देशों ने विश्वकप की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी। पुरुष हॉकी विश्वकप इसी साल 13 से 29 जनवरी 2023 के बीच भारत के ओडिशा (Odisha) राज्य में खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट का आयोजन भुवनेश्वर (Bhubnashevar) स्थित कलिंगा स्टेडियम (Kalinga Stadium) और राउरकेला (Rourkela) स्थित बिरसा मुंडा स्टेडियम (Birsa Munda Stadium) में किया जाएगा। इससे पहले भारत 1971 में पुरुष विश्वकप की मेजबानी कर चुका है। इस बार भारत के लिए ये चौथा मौका है।
भारत के लिए इस बार की मेजबानी काफी खास है क्योंकि साल 2023 में भारत को आजाद हुए 75 वर्ष पूरे हो जाएंगे। भारत के अलावा होलेंड (Holand) ऐसा देश है जो तीन बार इस टूर्नामेंट की मेजबानी कर चुका है। अब तक भारत केवल एक ही बार विश्वकप चैंपियन (World Champion) बना है। भारत ने 1975 में पाकिस्तान को हराकर ये खिताब अपने नाम किया था। जबकि 1973 में भारत उपविजेता रहा था।
मुश्किल था फैसला लेना
अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ के सीईओ थिएरी वेल ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि इस बात पर फैसला करना उनके लिए कितना मुश्किल था। उन्होंने बताया ‘इन प्रतिष्ठित आयोजनों की मेजबानी के लिए एफआईएच को कई उत्कृष्ट बोलियां मिली थीं। इसलिए किसी एक को लेकर फैसला करना बेहद मुश्किल था। चूंकि महासंघ का प्राथमिक लक्ष्य दुनियाभर में इस खेल को फैलाना है, जिसके लिए निश्चित रूप से निवेश की आवश्यकता होती है। इसी वजह से फैसले को लेते वक्त हर बोली की आय सृजन करने की क्षमता को भी देखा गया।’
घरेलू ज़मीन पर होगा जश्न का आगाज़
हॉकी इंडिया (एचआई) के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने इस उलपब्धि पर खुशी जताते हुए कहा, ‘हमें पुरुष हॉकी विश्वकप 2023 की मेजबानी मिलने की बहुत खुशी है। हमने जब बोली प्रक्रिया में हिस्सा लिया था तो हम अपने देश की स्वतंत्रता के 75 बरस का जश्न और भी खास अंदाज में मनाना चाहते थे। हमने आखिरी बार विश्वकप भी 1975 में जीता था। ऐसे में इस खेल का यह खास जश्न हम घरेलू जमीन पर एक बार फिर मना सकेंगे।’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘हमने 2018 विश्वकप की सफल मेजबानी की थी और भरोसा है कि एक बार फिर हम इसी सफलता को दोहरा सकेंगे। दुनिया के शीर्ष देश हमारे यहां एक बार फिर खेलने आएंगे और पिछले अनुभव से हम और बेहतर आयोजन का प्रयास करेंगे।’
ऐसे हुआ टीमों का बटवारा
हॉकी विश्वकप में कुल 16 टीमें भाग लेने वाली हैं। इन टीमें को 4 समूहों में बाटा जाएगा। भारत को इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स के साथ ग्रुप डी में रखा गया है। वहीं ऑस्ट्रेलियन टीम दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस और अर्जेंटीना के साथ पहले ग्रुप में शामिल है।
-भारतीय टीम इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स के साथ ग्रुप डी में शामिल है।
-ऑस्ट्रेलिया की टीम अर्जेंटीना, फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका के साथ ग्रुप ए में शामिल है।
-बेजियम, जर्मनी, कोरिया और जापान की टीम को ग्रुप बी में रखा गया है।
-नीदरलैन, न्यू जीलैंड, मलेशिया और चिले की टीम को ग्रुप सी में शामिल किया गया है।
हॉकी रैंकिंग (Hockey Ranking) में भारतीय टीम का पांचवा स्थान होने की वजह से उसे इस टूर्नामेंट में क्वालीफाई माना गया है। कॉमनवेल्थ खेलों में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था जिसकी वजह से अर्जेंटीना, फ्रांस और चिले के साथ उसे ग्रुप ए में स्थान दिया गया है। वहीं डिफेंडिंग चैंपियन बेल्जियम को एशियन चैंपियंस दक्षिण कोरिया, जर्मनी और जापान के साथ ग्रुप बी में स्थान दिया गया है।
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