कल्कि 2898 A.D. हुई 400 करोड़ के क्लब में शामिल, लगातार जारी है मूवी की कमाई | Kalki 2898 A.D. Joins Rs 400 crore club, movie continues earning continuously
27 जून को रिलीज़ हुई कल्कि 2898 A.D. ने भारत के साथ साथ दूसरे देशों में भी काफी धूम मचा रखी है। साउथ एक्टर प्रभास, दीपिका पादुकोण, अमिताभ बच्चन द्वारा अभिनीत यह मूवी लगातार दर्शकों को अपनी और आकर्षित कर रही है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है की इसमें वर्तमान समय को नहीं दिखाया गया है। महाभारत के बाद सीधा 2898 का समय आता है और काशी की कहानी दिखाई गयी है।
कितनी हुई है कमाई?
एक तरफ सितारों की चर्चा तो दूसरी ओर ‘कल्कि 2898 A.D.’ की कमाई के चर्चे हो रहे हैं अगर बात करें कल्कि 2898 A.D मूवी की तो इस मूवी ने 7 दिनों में ही 400 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है। सैकनिल्क की ताजा रिपोर्ट की मानें तो ‘कल्कि 2898 A.D.’ ने रिलीज के सातवें दिन बॉक्स ऑफिस पर भारत में 23.2 करोड़ का कारोबार किया है, जो मंगलवार के मुकाबले थोड़ा कम है। इस मूवी का भारत में अब तक का टोटल कलेक्शन 393.4 करोड़ हो गया है। वहीं सभी भाषाओं की बात करें तो अब तक तेलुगू में 202.8 करोड़, हिंदी में 152 करोड़, तमिल में 22.1 करोड़, कन्नड़ में 2.6 करोड़ और मलयालम में 13.4 करोड़ का बिजनेस किया है। वर्ल्डवाइड ‘कल्कि 2898 A.D.’ ने 7 दिन के अंदर 700 करोड़ कमा लिए हैं। इस मूवी के जल्द ही 1000 करोड़ के क्लब में शामिल होने की संभावना है।
पहले दिन से लेकर 7वें दिन तक हर दिन की कमाई
- पहले दिन – 95.3 करोड़ की ओपनिंग
- दूसरे दिन – 57.6 करोड़ रही कमाई
- तीसरे दिन – 64.5 करोड़ पहुंची कमाई
- चौथे दिन – 88.2 करोड़ का हुआ कारोबार
- पांचवे दिन – 34.15 करोड़ का रहा कलेक्शन
- छठे दिन – 27.05 करोड़ की हुई कमाई
- सातवे दिन – 23.2 करोड़ हो सकी कमाई
कल्कि 2898 का क्या अर्थ है?
श्रीमद्भागवत-महापुराण के 12वे स्कंद के अनुसार-
सम्भलग्राममुख्यस्य ब्राह्मणस्य महात्मनः।
भवने विष्णुयशसः कल्किः प्रादुर्भविष्यति।
पुराणों में कल्कि को भगवान विष्णु का 10वां और अंतिम अवतार माना गया है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भगवान कल्कि कलयुग के अंत में देवदत्त नाम के घोड़े पर आरूढ़ होकर तलवार से दुष्टों का संहार करेंगे और उसके बाद फिर से सतयुग का प्रारम्भ होगा। यह अवतार भविष्य में होने वाला है। कलियुग के अन्त में जब शासकों का अन्याय बढ़ जायेगा, चारों तरफ पाप बढ़ जायेंगे तथा अत्याचार का बोलबाला होगा, तब इस जगत का कल्याण करने के लिए भगवान विष्णु, कल्कि के रूप में अवतार लेंगे।
कल्कि पुराण के अनुसार परशुराम, भगवान विष्णु के दसवें अवतार कल्कि के गुरु होंगे और उन्हें युद्ध की शिक्षा देंगे। वे ही कल्कि को भगवान शिव की तपस्या करके उनके दिव्यास्त्र को प्राप्त करने के लिये कहेंगे।