प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ दोस्ती है। यह तो सब जानते हैं, लेकिन किस हद तक? प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप से अपनी दोस्ती की ऐसी-ऐसी बातें बताईं जो संभवतः पहले कभी सामने नहीं आईं। पीएम मोदी ने अमेरिकी यूट्यूबर लेक्स फ्रीडमैन के पॉडकास्ट में बताया कि कैसे उनके कहने पर राष्ट्रपति ट्रंप ने सुरक्षा की भी परवाह नहीं की थी। पीएम ने यह भी बताया कि ट्रंप ने पहली मुलाकात में ही सारे प्रॉटोकोल तोड़ दिए थे। पीएम मोदी ने बताया, ‘मैं जब पहली बार व्हाइट हाउस गया, उस वक्त राष्ट्रपति ट्रंप के विषय में बहुत कुछ मीडिया में छपता था। वो तब नए-नए आए थे। दुनिया जरा अलग रूप में उनको देखती थी। मुझे भी भांति-भांति का ब्रीफिंग किया गया था। जब मैं व्हाइट हाउस पहुंचा तो पहले मिनट में ही उन्होंने सारे प्रोटोकॉल की दीवारें तोड़ दीं।’
दोनों देशप्रेमी, इसलिए मोदी-ट्रंप में बनती है
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप से उनकी गहरी दोस्ती की एक बड़ी वजह यह भी है कि दोनों ही पक्के देशप्रेमी हैं। मोदी ने बताया कि जब वो ट्रंप के पहले कार्यकाल में व्हाइट हाउस गए थे, तब पता चला कि उनके मन में अमेरिका के लिए, वहां के संस्थानों के प्रति कितना सम्मान है। उन्होंने बताया, ‘जब वो (ट्रंप) व्हाइट हाउस घुमाने लगे तो मैं देख रहा था कि उनके हाथ में कोई कागज नहीं है, कोई पर्ची नहीं है, साथ में कोई व्यक्ति नहीं है। मुझे दिखा रहे थे- अब्राहम लिंकन यहां रहते थे। यह कोर्ट इतना लंबा क्यों है? इसके पीछे क्या कारण है? इस टेबल पर किस राष्ट्रपति ने सिग्नेचर किया था? डेट वाइज बोलते थे। मेरे लिए वह बहुत बड़ा इंप्रेसिव था कि वो इंस्टीट्यूशन को कितना ऑनर करते हैं। अमेरिका की हिस्ट्री के साथ उनका कैसा लगाव है और कितना रिस्पेक्ट है। वह मैं अनुभव कर रहा था और बड़े खुलकर काफी बातें मेरे से कर रहे थे। यह मेरी पहली मुलाकात का मेरा अनुभव था।’
हाउडी मोदी कार्यक्रम में ट्रंप ने मोदी का दिल जीत लिया
प्रधानमंत्री ने ह्यूस्टन में आयोजित हाउडी मोदी प्रोग्राम का जिक्र करके भी बताया कि उनकी ट्रंप के साथ कैसी बनती है। उन्होंने फ्रीडमैन से कहा, ‘मैं एक घटना का वर्णन करना चाहूंगा। शायद आप उससे जज कर सकते हैं कि कौन सी बातों की तरफ मैं कह रहा हूं। हमारा ह्यूस्टन में एक कार्यक्रम था- हाउडी मोदी। पूरा स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। इतने लोगों का होना अमेरिका के जीवन के अंदर बहुत बड़ी घटना है। खेले-कूद के मैदान में तो ठीक है, लेकिन राजनीतिक रैली में इतने लोगों का होना बड़ी बात है। इंडियन डायस्पोरा के लोग आए थे। तो हम दोनों ने संबोधित किया। वो (ट्रंप) नीचे बैठकर सुन रहे थे। यह उनका बड़प्पन है। अमेरिका का राष्ट्रपति स्टेडियम में नीचे बैठकर सुन रहे हों और मैं मंच पर से भाषण कर रहा हूं, यह उनका बड़प्पन है।’
वो अमेरिका फर्स्ट वाले, मैं भारत फर्स्ट वाला: मोदी
पीएम मोदी ने ट्रंप के इस रुख को आपसी विश्वास का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा वो और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने-अपने देश के लिए कुछ भी कर गुजरने को आतुर रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘यह आपसी विश्वास का भाव, हमारे बीच रिश्ते में ऐसी मजबूती मैंने उसी दिन देखा। मैंने राष्ट्रपति ट्रंप को उस दिन देखा कि कैसे सिक्यॉरिटी वालों को पूछे बिना मेरे साथ हजारों लोगों के बीच चल पड़े। आप उसका वीडियो देखेंगे तो आपको आश्चर्य होगा और जब उनपर गोली चली, आप इस चुनाव कैंपेन में तो मुझे वही राष्ट्रपति ट्रंप नजर आए। उस स्टेडियम में मेरा हाथ पकड़कर चलने वाले ट्रंप। गोली लगने के बाद भी अमेरिका के लिए जीना, अमेरिका के लिए ही जिंदगी यह जो उनका रिफ्लेक्शन था क्योंकि मैं नेशन फर्स्ट वाला हूं। वो अमेरिका फर्स्ट वाले हैं, मैं भारत फर्स्ट वाला हूं। तो हमारी जोड़ी बराबर जम जाती है।’