दुनियाभर में शराब के सेवन से हर साल लाखों लोगों की मौत होती है। शराब की लत छुड़ाने के लिए लोग क्या-
क्या नहीं करते हैं। हाल ही में हुए एक अध्ययन में अमेरिकी शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि हृदय रोग और उच्च
रक्तचाप के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं से शराब की लत छुड़ाने में भी मदद मिल सकती है।
यह अध्ययन अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के शोधकर्ताओं ने किया। यह शोध ‘मॉलीक्यूलर साइकेट्री’
जर्नल में प्रकाशित हुआ । अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने स्पिरोनोलैक्टोन ड्रग का उपयोग किया। शोध में
शामिल जिन प्रतिभागियों को यह दवा दी गई उनमें शराब की लत धीरे-धीरे कम होने लगी। निष्कर्ष बताते हैं कि
अल्कोहल के विकारों के उपचार में हृदय रोग और उच्च रक्तचाप की दवा शराब की तल धीरे-धीरे कम करने या
छुड़ाने में मददगार साबित हुए। शोध के प्रमुख लेखक प्रोफेसर लिएंड्रो वेंड्रस्कोलो ने बताया, अध्ययन में शामिल 60% प्रतिभागियों पर यह दवा असरदार रही। प्रोफेसर वेंड्स्कोलो ने कहा, वह स्पिरोनोलेक्टोन दवा की आगे की जांच का समर्थन करते हैं। गौरतलब है कि स्परोनोलेक्टोन का उपयोग उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।
दुनियाभर में हर 20 में से 1 मौत शराब की वजह से
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, शराब की वजह से दुनियाभर में हर साल 30 लाख लोगों की मौत
होती है। दुनियाभर में हर साल होने वाली 20 में से 1 मौत शराब की वजह से होती है.
भारत में क्या है स्थिति
शराब के कारण हर साल ढाई से तीन लाख भारतीयों की मौत होती हैं। भारत में हर साल सड़क हादसे में होने
वाली एक लाख मौतें अप्रत्यक्ष रूप से शराब के दुरुपयोग से संबंधित हैं। वहीं, हर साल होने वाली 30 हजार कैंसर
मरीजों की मौत के पीछे भी शराब का इस्तेमाल बड़ी वज़ह है.