भारत में हर साल 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। यह दिन उन सभी सुरक्षा बलों और कर्मियों के प्रयासों का सम्मान करने के लिए समर्पित है जो राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अथक परिश्रम करते हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व की याद दिलाता है और नागरिकों को देश की रक्षा के लिए इन बहादुर व्यक्तियों द्वारा किए गए बलिदान की सराहना करने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके अतिरिक्त, कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने में नियोक्ताओं, कर्मचारियों और अन्य संबंधित लोगों को उनकी जिम्मेदारी की याद दिलाना भी राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का ध्येय है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस क्यों मनाया जाता है?
देश की रक्षा के लिए सुरक्षा बालों द्वारा किये गये व्यापक प्रयासों को सम्मान प्रकट करने के लिए हर साल 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC – National Safety Council)
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद एक गैर-लाभकारी सरकारी संगठन (NGO) है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना 4 मार्च, 1966 है। भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण आंदोलन की स्थिरता को विकसित करने और सुनिश्चित करने के लिए इस स्वायत्त निकाय की स्थापना की थी। इसे सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत एक सोसायटी के रूप में और बाद में बॉम्बे पब्लिक ट्रस्ट अधिनियम, 1950 के तहत एक सार्वजनिक ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत किया गया था। इस संगठन का कार्य पूरे देश में विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम और सेमिनार आयोजित करके, यह संगठन सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण आंदोलन- SHE को बढ़ावा देना है।
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