क्रिकेट के खेल का जन्म इंग्लैंड में हुआ था, लेकिन क्रिकेट सिर्फ इंग्लैंड ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों का राष्ट्रीय खेल है, जिनमें श्रीलंका और ऑस्ट्रलिया जैसे देशों का नाम भी शामिल है। दुनिया के तमाम देशों में क्रिकेट के खेल को खेलने और देखने वालों की कमी नहीं है। भारत में भी क्रिकेट के खेल को खूब जज़्बे और जूनून के साथ खेलना और देखना पसंद किया जाता है।
क्रिकेट के अलग – अलग फॉर्मेट्स क्या हैं ?
क्रिकेट के खेल में अलग – अलग फॉर्मेट्स को फॉलो किया जाता है। इनमें टेस्ट मैचेस, वन डे इंटरनेशनल और टी – 20 इंटरनेशनल फॉर्मेट्स के नियमों को फॉलो करते हुए क्रिकेट का खेल खेला जाता है। इन फॉर्मेट्स में टूर्नामेंट या सीरीज़ का आयोजन किया जाता है। टी – 20 फॉर्मेट के अंदर ही आई पी एल ( इंडियन प्रीमियर लीग ) जैसे टूर्नामेंट्स का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश – विदेश के चयनित खिलाड़ी भारत के अलग – अलग राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाली टीमों का हिस्सा होते हैं।
आईपीएल की खबरें
आईपीएल की शुरुआत कब से हुई ?
भारत में क्रिकेट का खुमार सबसे ज़्यादा आईपीएल के मौके पर सिर चढ़ कर बोलता है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि भारत के अलग – अलग राज्यों की टीम इस टूर्नामेंट में पूरे जोश और जूनून के साथ हिस्सा लेती हैं। आइए जानते हैं कि भारत में आईपीएल के टूर्नामेंट की शुरुआत कैसे हुई।
1996 में मोदी एंटरटेनमेंट ने ईएसपीएन के साथ साझा व्यापार करने की शुरुआत की थी। उस समय मैचों के प्रसारण के अधिकार बीसीसीआई द्वारा ईएसपीएन को बेच दिए गए थे। ललित मोदी ने अपने कॉलेज के दिनों में अमेरिकी पेशेवर खेलों को चलाने के बारे में काफी जानकारी जुटा चुके थे। इसके बाद वह अपनी तरफ से पेशेवर लीग की शुरुआत करना चाहते थे।
1996 में उन्होंने इंडियन क्रिकेट लीग की शुरुआत की। इस टूर्नामेंट में 8 टीमें बनाई गई थी। इन टीमों के बीच आपसी मुकाबला 50 ओवर का हुआ करता था। उन्होंने यह तय किया था कि इन टीमों को फ्रेंचाइजी के रूप में बेचा जाएगा। इसके अलावा मैचों के प्रसारण के लिए ईएसपीएन बीसीसीआई को सालाना रॉयल्टी देगा। इसके बाद बीसीसीआई ने इस लीग को अपनी मंज़ूरी दे दी थी। साल 2007 में क्रिकेट के खेल में टी 20 फॉर्मेट की एंट्री हुई। इसके बाद मोदी ने इंडियन प्रीमियर लीग के नाम से टी20 लीग शुरू करने का फैसला किया।
10 सितम्बर 2007 को एक बड़ी डील हुई जिसमें बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष शरद पवार ने इंडियन प्रीमियर लीग के आवश्यक खिलाड़ियों को खरीदने के लिए ललित मोदी को 25 मिलियन डॉलर का चेक दिया। आईपीएल के इतिहास में 12 सितम्बर का दिन स्वर्णिम इतिहास बना। इस दिन ललित मोदी के द्वारा दिल्ली में आयोजित हुए एक समारोह में आईपीएल का शुभारम्भ किया गया। इस दौरान सौरभ गांगुली, राहुल द्रविड़ जैसे क्रिकेट की दुनिया के दिग्गज प्लेयर्स भी शामिल थे।
2007 में ललित मोदी ने क्रिकेट के टॉप खिलाड़ियों को उनकी कमाई और टेलेंट के आधार पर 4 सेट में बांटा था। चार श्रेणियों को चार अलग-अलग वेतन स्लैब के तहत रखा गया था- 1 लाख डॉलर, 2 लाख डॉलर, 3 लाख डॉलर और 4 लाख डॉलर। यह आईपीएल के पहले संस्करण के लिए खिलाड़ियों के लिए निर्धारित की गई बेस प्राइज़ थी।
ललित मोदी को इस बात का पहले से अंदाज़ा था कि क्रिकेट के खेल में आईपीएल को सफल बनाने के लिए विभिन्न क्रिकेट बोर्डों को अपने खिलाड़ियों को साल में लगभग दो महीने भारत की यात्रा करने की अनुमति देनी होंगे। ऐसा करने के लिए उन्होंने विभिन्न क्रिकेट बोर्डों के प्रशासकों से मुलाकात की। इस बातचीत में ईसीबी को छोड़ कर सभी इसके लिए राज़ी हो गए।
इसके बाद मोदी ने खिलाड़ियों को खरीदने के लिए बॉलीवुड के बड़े सितारों शाहरुख खान और प्रीती ज़िंटा से मुलाकात की। इन तमाम प्रयासों के बाद आखिरकार 18 अप्रैल 2008 को रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर औऱ कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच पहला मुकाबला खेला गया। आईपीएल के पहले सीज़न में राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम की।
आईपीएल की विभिन्न टीमें कौन सी हैं ?
आईपीएल के खेल में केवल भारतीय खिलाड़ियों को ही नहीं बल्कि विदेशी खिलाड़ियों को भी चुना जाता है। आईपीएल में गठित होने वाली प्रत्येक टीम भारत के राज्य का प्रतिनिधित्व करती है। वर्ष 2023 में आईपीएल में कुल 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं।