पीले दाँत और मुहँ की बदबू को शर्मिंदगी का कारण बनते देर नहीं लगती। आप दिन भर में जो भी कुछ खाते पीते हैं उसकी वजह से आपके दाँतों पर पीले रंग की ज़िद्दी पदार्थ की एक परत चढ़ जाती है। इस ज़िद्दी परत को प्लाक कहा जाता है। शुरुआत में इसकी वजह से कोई परेशानी नहीं होती। लेकिन बाद में जब यह परत दाँतों पर जमते जमते मोटी होने लगती है तो यह टार्टर का रूप ले लेती है। इसकी वजह से दाँत और मसूड़े काफी कमज़ोर हो जाते हैं, जिससे आपके ओरल हाइजीन को काफी नुकसान पहुंचता है।
क्या होता है प्लाक ?
प्लाक बैक्टीरिया की एक चिपकी हुई परत होती है। बैक्टीरिया की यह परत खाने पीने की वजह से दाँतों पर लगातार बनती रहती है। प्लाक में बैक्टीरिया एसिड पैदा करता है। इस बैक्टीरिया की वजह से दाँतों का एनेमल नष्ट हो जाता है। इसकी वजह से मसूड़ों में सूजन आ जाती है। इससे दाँतों में कैविटी होने का खतरा भी बढ़ जाता है। यह गंदा पदार्थ दाँतों की जड़ों पर मसूड़ों के नीचे जाकर दाँतों को सहारा देने वाली हड्डियों को तोड़ सकता है। इसलिए दाँतों से इसे हटाना बहुत ज़रूरी होता है।
किन लोगों को प्लाक से होती है परेशानी ?
जो लोग बहुत ज़्यादा मात्रा में मीठे और स्टार्च से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं उन्हें अक्सर इस समस्या का सामना करना पड़ता है। एंटीडिप्रेसेंट जैसी दवाओं का सेवन करने की वजह से भी ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जिन्हे Sjogren’s syndrome नामक रोग होता है उन्हें भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपकी हिस्ट्री हेड या नेक रेडिएशन की है तो भी आपको इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। स्मोकिंग करने से भी इस समस्या से झूझना पड़ सकता है।
प्लाक जमने के क्या कारण है ?
‘क्लीवलैंड क्लीनिक‘ के अनुसार जब आपके मुहँ में मौजूद बैक्टीरिया दूध, रस, कोल्ड ड्रिंक्स, ब्रेड, पास्ता और फल की मिठास और स्टार्च के साथ मिलते हैं तो प्लाक बनता है। ये बैक्टीरिया एसिड छोड़ते हैं जो भोजन और पेय में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट को तोड़ते हैं। यदि आप खाने या पीने के तुरंत बाद ब्रश नहीं करते तो बैक्टीरिया, कार्बोहाइड्रेट और एसिड का मिश्रण प्लाक बना सकता है।
प्लाक के लक्षण
दाँतों का पीला पड़ जाना इसका सबसे बड़ा लक्षण है। इसके अलावा मुहँ से बदबू आना, मसूड़ों में सूजन, मसूड़ों का लाल होना, उनमें सूजन आ जाना या उनका ज़रूरत से ज़्यादा कोमल हो जाना, ब्रश करने के बाद मुहँ से खून आ जाना इसका बड़ा लक्षण हो सकता है।
प्लाक जमने के नुकसान
दाँतों पर जमने वाला प्लाक टार्टर का रूप ले सकता है। इससे कई तरह की बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। कैविटी, मसूड़ों की सूजन और पेरोडोंटल डिजीज, गम इंफेक्शन, दाँतों की सड़न और नुकसान, दाँतों में इंफेक्शन इसके लक्षण हो सकते हैं।
ऐसे उतारें दाँतों पर चिपका मैल
रोज़ाना फ्लॉस करें – दाँतों के बीच में फंसे भोजन और प्लाक से छुटकारा पाने के लिए डेंटल फ्लॉस या वाटर फ्लॉस से दिन में एक बार फ्लॉस करें।
दिन में दो बार ब्रश करें – दाँतों की सफाई करने के लिए आपको सॉफ्ट ब्रिस्ल वाले टूथब्रश का इस्तेमाल करने के साथ ही आपको फ्लोराइड वाले टूथपेस्ट से दाँतों को 2 मिनट तक ब्रश करना चाहिए। दिन में कम से कम दो बार ब्रश करना चाहिए।
शुगर लेस गम चबाएं – अगर आपके लिए खाने के तुरंत बाद ब्रश करना संभव नहीं है तो आप शुगर लेस गम चबा सकते हैं। इससे आपका ओरल हाइजीन मैंटेन रहता है।
हेल्थी फूड्स खाएं – चीनी, स्टार्च वाले फूड्स और पेय पदार्थों का सेवन कम करें। इसके अलावा आप दही, कच्ची सब्ज़ियों और फलों का सेवन कर सकते हैं।
डेंटिस्ट से मिले – दाँतों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए आपको साल में दो बार डेंटल चेकअप ज़रूर करवाना चाहिए।
माउथ वॉश – ओवर-द-काउंटर या प्रिस्क्रिप्शन एंटीसेप्टिक माउथवॉश से कुल्ला करें।
डिस्क्लेमर – यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस क्षेत्र के विशेषज्ञ से सलाह लेना यही उचित है। ultranewstv इस जानकारी की पुष्टि नहीं करता और ना ही इसकी ज़िम्मेदारी लेता है।
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