पिछले कुछ दिनों से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण जलजमाव, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिससे कई उत्तर भारतीय राज्यों में जान-माल के नुकसान के साथ-साथ परिवहन और बिजली में व्यवधान की सूचना मिली है।
दिल्ली में भी हाल बेहाल है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में तो इस बार यमुना नदी अपने उफान पर है और दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बनने की संभावना है। दरअसल, इस बार की बारिश ने कई रेकॉर्ड ध्वस्त कर दिए है। 45 साल बाद दिल्लीवालों ने यमुना का भयानक रूप देखा। साल 1978 के बाद साल 2023 ही है जब नदी का जलस्तर अपने उच्चतर स्तर पर है।
सरकारी एजेंसियों के अनुसार, दिल्ली में बुधवार को यमुना का जलस्तर बढ़कर 208.38 मीटर हो गया, जो 1978 में दर्ज अब तक के उच्चतम स्तर 207.49 मीटर को पार कर गया है। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपने घर खाली करने का आग्रह करते हुए कहा कि नदी में जल स्तर और बढ़ने की संभावना है। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में यमुना के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह रविवार सुबह 11 बजे 203.14 मीटर से बढ़कर सोमवार शाम 5 बजे 205.4 मीटर हो गया, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर को अपेक्षा से 18 घंटे पहले पार कर गया।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने दिल्लीवासियों के लिए एडवाइजरी जारी किया है। दरअसल, यमुना के जल स्तर में वृद्धि और इसके परिणामस्वरूप निचले इलाकों में पानी भर जाने के कारण, कुछ सड़कों पर यातायात की आवाजाही को मोड़ दिया गया है।