म्यांमार में शुक्रवार को आए भूकंप के कारण अब तक कम से कम 694 लोगों की लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 1,670 लोग घायल हुए हैं।
ये जानकारी म्यांमार के मिलिट्री लीडरों ने दी। कुछ घंटे पहले ही म्यांमार के सैन्य शासन प्रमुख मिन ऑन्ग हल्येंग ने कहा था कि मृतकों और घायलों की संख्या और बढ़ सकती है।
शुक्रवार को म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने कई इमारतों को ध्वस्त कर दिया। म्यांमार के साथ ही थाईलैंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप ने दोनों देश में तबाही मचा दी।
म्यांमार में आए भूकंप के बाद भारत ने उन्हें मदद भेजी है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को ये जानकारी दी।
एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “म्यांमार के लोगों के लिए पहली खेप के रूप में तात्कालिक मानवीय सहायता भेजी गई।”
उन्होंने बताया कि भारतीय वायु सेना का सी-130 कंबल, तिरपाल, स्वच्छता किट, स्लीपिंग बैग, सोलर लैंप, फूड पैकेट और किचन सेट ले जा रहा है।
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि विमान में एक सर्च और रेस्क्यू टीम के अलावा मेडिकल टीम भी है।
एस जयशंकर ने कहा कि हम स्थिति पर नज़र बनाए रखेंगे और आगे भी सहायता भेजी जाएगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इसे ऑपरेशन ब्रह्मा नाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि 15 टन वाली राहत सामग्री की पहली खेप म्यांमार पहुँच गई है।
म्यांमार में शुक्रवार को आए भूकंप के कारण अब तक कम से कम 144 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 732 लोग घायल हुए हैं।
शुक्रवार को म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने तबाही मचा दी है। ⏹