अगले सीजन के लिए Sugar export policy को लेकर जल्द घोषणा करेगी सरकार,

gBlUBAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAfAO5jAABktcLcgAAAABJRU5ErkJggg== अगले सीजन के लिए Sugar export policy को लेकर जल्द घोषणा करेगी सरकार,
Image Source : Rural Voice

खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने सोमवार को कहा कि अक्टूबर से शुरू होने वाले अगले विपणन वर्ष के लिए
सरकार जल्द ही चीनी निर्यात कोटा की घोषणा करेगी। हालांकि उन्होंने 2022-23 विपणन वर्ष में निर्यात
के लिए चीनी की मात्रा का खुलासा नहीं किया। रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया
(आरएफएमएफआई) की 82वीं एजीएम से इतर पांडे ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम जल्द ही अगले सीजन
के लिए चीनी निर्यात नीति की घोषणा करेंगे।’

सरकार ने मई में 100 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी थी, लेकिन बाद में 12 लाख टन की
और अनुमति दी। इससे विपणन वर्ष 2021-22 के लिए कुल निर्यात कोटा 112 लाख टन हो गया।

भारत का चीनी निर्यात 2020-21 विपणन वर्ष में 70 लाख टन, 2019-20 में 59 लाख टन और 2018-
19 में 38 लाख टन था। इस महीने की शुरुआत में, चीनी उद्योग निकाय इस्मा ने मांग की थी कि
सरकार अधिशेष उत्पादन को देखते हुए 2022-23 विपणन वर्ष के लिए 80 लाख टन चीनी के निर्यात
की अनुमति दे।

इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला ने इस संबंध में खाद्य एवं
उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा था। इस्मा अध्यक्ष ने पत्र में कहा, ‘हम सरकार से
2022-23 एसएस (चीनी सीजन) के लिए 80 लाख टन निर्यात की अनुमति देने का अनुरोध करना चाहते
हैं।’

प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, झुनझुनवाला ने कहा कि शुद्ध चीनी उत्पादन, इथेनॉल के उत्पादन के
लिए चीनी के डायवर्जन पर विचार किए बिना, 2022-23 में मौजूदा विपणन वर्ष में 394 लाख टन से
बढ़कर लगभग 400 लाख टन होने की उम्मीद है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि मौजूदा विपणन वर्ष में 34 लाख टन के मुकाबले 2022-23 में 45 लाख टन
चीनी को इथेनॉल के लिए डायवर्ट किए जाने की उम्मीद है। इसका मतलब है कि 2022-23 में
वास्तविक चीनी उत्पादन 355 लाख टन होगा। ऐसा इस्मा अध्यक्ष ने कहा।

अधिशेष चीनी के निर्यात से घरेलू चीनी की कीमतों को बनाए रखने में भी मदद मिलेगी, जो बदले में
मिलों की तरलता की स्थिति को बढ़ावा देगी, जिससे वे गन्ना किसानों को समय पर भुगतान करने में
सक्षम होंगे।

इस्मा अध्यक्ष ने उल्लेख किया कि 2022-23 में गन्ने की पेराई का काम अक्टूबर के पहले सप्ताह से
शुरू होने की उम्मीद है क्योंकि गन्ने की भारी उपलब्धता है। झुनझुनवाला ने सरकार से 2022-23 के
लिए जल्द से जल्द निर्यात नीति की घोषणा करने का आग्रह किया ताकि मिलें भविष्य के अनुबंधों में
प्रवेश कर सकें और अपने उत्पादन की अग्रिम योजना भी बना सकें।

Total
0
Shares
Previous Post
पीएम मोदी ने 100 रुपये का सिक्का किया जारी,

पीएम मोदी ने 100 रुपये का सिक्का किया जारी,

Next Post
३ साल के बच्चे ने की अपनी माँ की शिकायत, पहुँचा थाने

3 साल के बच्चे ने की अपनी माँ की शिकायत, पहुँचा थाने

Related Posts
Total
0
Share