वॉशिंगटन में अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की की हुई मुलाकात इस वक्त पूरी दुनिया की खबरों में है। व्हाइट हाउस में हुई इस वार्ता के दौरान दोनों के बीच तीखी बहस हुई जिसने सभी को हैरान कर दिया। दो देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच इस तरह के मूमेंट एक दुर्लभ दश्य है। पूरे घटनाक्रम के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुक्रवार रात (28 फरवरी) को फ्लोरिडा के पाम बीच इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे और वहाँ से सीधे अपने मार-ए-लागो आवास की ओर रवाना हो गए। वहीं जेलेंस्की ब्रिटेन रवाना चले गए हैं। वह अब लंदन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर द्वारा यूक्रेन पर आयोजित एक समिट में शामिल होंगे।
जेलेंस्की का असली मकसद ट्रंप को मनाना था। अमेरिकी प्रेसिडेंट और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हाल के दिनों में नजदीकियाँ काफी बढ़ गई हैं। फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में जेलेंस्की ने कहा भी कि हम चाहते हैं कि ट्रंप मध्य में रहें। हम यह भी चाहते हैं कि वो हमारे पक्ष में रहें। हालांकि उन्होंने ट्रंप से माफी मांगने से इनकार कर दिया और कहा, “मैं राष्ट्रपति का सम्मान करता हूँ। मैं अमेरिका के लोगों का भी सम्मान करता हूँ। मुझे नहीं लगता कि हमने कुछ गलत किया है।”
दरअसल, राष्ट्रपति ट्रंप पूर्व प्रेसिडेंट जो बाइडेन प्रशासन द्वारा यूक्रेन को दिए गए आर्थिक और सैन्य मदद का मुआवजा मांग रहे हैं। वह चाहते हैं कि बस अमेरिका को किसी तरह उस इन्वेस्टमेंट का रिटर्न मिल जाए। अपने बयानों में वह कई बार कहते सुने जा रहे थे कि दिए गए सपोर्ट के बदले अमेरिका को 500 अरब डॉलर चाहिए, लेकिन 350 अरब डॉलर बात फाइनल करना चाह रहे थे। उन्होंने शर्त भी रखी कि इसके बदले यूक्रेन को कुछ नहीं मिलेगा, सुरक्षा तो कतई नहीं।
बिना सिक्योरिटी गारंटी के बावजूद डील पर साइन करने के लिए जेलेंस्की शुक्रवार को अमेरिका पहुंचे और व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात की। ट्रंप खुद उनके स्वागत में बाहर दरवाजे तक आए। दोनों नेताओं की अच्छी तस्वीर भी आईं। फिर ट्रंप जेलेंस्की और अपने कैबिनेट के साथ प्रेस को संबोधित करने के लिए बैठे। इस दौरान एक पत्रकार ने यूक्रेन की सिक्योरिटी पर सवाल पूछा तो उन्होंने इस मुद्दे पर बात करने से साफ इनकार कर दिया।
सिक्योरिटी के सवाल पर क्या बोले दोनों नेता?
डोनाल्ड ट्रंप ने जवाब में कहा, “मैं अभी सुरक्षा के बारे में बात नहीं करना चाहता। मैं चाहता हूँ कि बस डील हो जाए. आप भी उसी ट्रैप में फंसे हैं जहाँ सभी फँसे हैं। आपने भी लाखों बार कहा है। मैं बस डील डन करना चाहता हैं। सिक्योरिटी तो बहुत आसान है। ये तो समस्या का बस दो फीसदी है। मुझे सिक्योरिटी की कोई चिंता नहीं है। यूरोप अपने लोगों को वहाँ भेजेगा। मुझे पता है फ्रांस, ब्रिटेन और अन्य देश हैं जो (यूक्रेन को सुरक्षा देंगे)। हम सिक्योरिटी के लिए कमिटेड नहीं हैं, लेकिन हम संभवत: यह सोच सकते हैं। हमारी सुरक्षा दूसरे तरीके से मिलेगी। हमारे कर्मी वहाँ होंगे, वे डिगिंग, डिगिंग, डिगिंग करके खनिज निकालकर लाएंगे, और हम इस देश में कुछ अच्छे प्रोडक्ट्स बनाएंगे।”
पत्रकार के सिक्योरिटी के सवाल पर जेलेंस्की ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “बात अगर सिक्योरिटी गारंटी की है और बात अगर सीजफायर की है तो हम सीजफायर के बारे में बात ही नहीं कर सकते, क्योंकि इसका कभी फायदा नहीं हुआ है। पुतिन ने 25 बार सीजफायर तोड़ा है। तब 2016 में (ट्रंप) राष्ट्रपति थे, तो हम सीजफायर के बारे में बात नहीं कर सकते, बिना सिक्योरिटी गारंटी के इसका कुछ फायदा नहीं होगा।”