मुस्लिम धर्म में रमज़ान के महीने को बेहद पवित्र माना जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार यह 9 वा महीना होता है। मुस्लिम धर्म में ऐसा माना जाता है कि इस महीने रोज़ा रखने, नेक काम करने और अल्लाह की इबादत करने से सवाब मिलता है। रमज़ान के महीने में रोजदार सारे रोज़े रखते हैं और इसके बाद ईद मनाई जाती है। लेकिन रोज़ा रखते हुए कुछ नियमों का पालन करना बहुत ज़रूरी माना जाता है। इन नियमों का पालन ना करने से रोज़ा टूट सकता है, जिससे सवाब में कमी आ सकती है।
रोज़दार के मन में कई तरह के वेहम होते हैं जिनसे उन्हें लगता है कि कहीं उनका रोज़ा टूट ना जाए और मकरूह ना हो। मुस्लिम धर्म के तमाम लोगों को इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि खुदा हमेशा गलतियों को तो माफ़ कर देते हैं लेकिन गुनाहों को कभी माफ़ नहीं करते। आइए जान लेते हैं कि किन गलतियों या कामों से रोज़ा नहीं टूटता।
इन कामों से नहीं टूटता रोज़ा
- अगर रोजेदार को किसी कारण से यह याद ना रहे कि आज के दिन उसका रोज़ा है और इस भूल की वजह से अगर आप समय से पहले कुछ खा लेते हैं तो आपका रोज़ा नहीं टूटेगा।
- जिन्होंने रोज़ा रखा है वह अपनी आँखों में सुरमा लगा सकते हैं, बालों में महक से भरपूर तेल लगा सकते हैं। ऐसा करने से रोज़ा नहीं टूटेगा।
- अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या की वजह से उल्टी हो रही है तो ऐसे में उल्टी करने पर आपका रोज़ा नहीं टूटेगा। लेकिन आपको इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि आपको जान भूजकर उल्टी नहीं करनी है।
- अगर रोज़ा रखते समय आपके दाँत में भोजन का कोई टुकड़ा फंस गया है और उसे निकालते समय आपके मुहँ में उसका स्वाद आ जाता है तो ऐसे में आपका रोज़ा नहीं टूटेगा।
- आँख,नाक या कान में दवा डालने पर भी आपका रोज़ा नहीं टूटेगा।
- किसी को गले लगाने पर भी रोज़ा नहीं टूटता। लेकिन किसी को भी गले लगाते वक्त आपकी नियत साफ़ होनी चाहिए।
रोजे का मकरूह होने का क्या मतलब है ?
रोज़े का मकरूह होने का मतलब है कि आपने रोज़ा तो रखा है लेकिन आपको उसका पुण्य फल नहीं मिलेगा। जैसे रोज़ा रखने के दौरान गीले कपड़े पहनने, दाँत निकलवाने, मुहँ में थूक निकलना, इफ्तार में जल्दी करने आदि जैसे कामों से रोजा तो नहीं टूटता लेकिन रोजा मकरूह हो जाता है।
डिस्क्लेमर – यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आपका इस क्षेत्र के विशेषज्ञ से सलाह लेना ही उचित है। ultranewstv इस जानकारी की पुष्टि नहीं करता और ना ही इसकी ज़िम्मेदारी लेता है।
यदि आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर करना ना भूलें और अपने किसी भी तरह के विचारों को साझा करने के लिए कमेंट सेक्शन में कमेंट करें।