स्वामी विवेकानंद अपने भारत के महान अद्वैत चिंतकों में गिने जाते हैं। उनके विचार आज भी लोगों को प्रेरित करते हैं। स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्यों में से एक हैं।
स्वामी विवेकानंद के विचारों की प्रभाविकता इतनी तीक्ष्ण थी कि आज उन विचारों ने उक्तियों का रूप धारण कर लिया हैं। उक्तियाँ युवाओं के मध्य अत्यंत प्रचलित हैं। ऐसे ही, स्वामी विवेकानंद के प्रेरणादायी वक्तव्य हम आपके समक्ष प्रस्तुत क्र रहे हैं। लाइक व शेयर करना न भूलें।
स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन विचार
यह मनना की मन सब कुछ है, एक प्रकार का उच्चतर भौतिकवाद है।
अवचेतन और अचेतन के मध्य चेतना झीना स्तर मात्र है।
सत्य का अन्वेषण शक्ति की अभिव्यक्ति है।
जो सन्यासी कांचन के बारे में सोचता है, वह आत्मघात करता है।
कोई भी किसी भी धर्म में जन्म नहीं लेता, परन्तु प्रत्येक व्यक्ति धर्म के लिए जन्म लेता है।
मनुष्य पशुता, मनुष्यता और देवत्व का मिश्रण है।
Swami Vivekananda Quotes on Youth
“हम वही हैं जो हमें हमारे विचारों ने बनाया है; इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं, विचार जीवित हैं; वे दूर तक यात्रा करते हैं।”
“उठो! जागो! और तब तक न रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।”
“ब्रह्माण्ड की सभी शक्तियाँ पहले से ही हमारी हैं। यह हम ही हैं जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं और रोते हैं कि अंधेरा है।”
“उठो, साहसी बनो, और दोष अपने कंधों पर लो। दूसरे पर कीचड़ मत उछालो; आप जिन सभी दोषों से ग्रसित हैं, उनका एकमात्र और एकमात्र कारण आप ही हैं।”
“दिन में एक बार अपने आप से बात करें, अन्यथा आप इस दुनिया में एक उत्कृष्ट व्यक्ति से मिलने से चूक सकते हैं।”
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