ISRO : इसरो (इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन) आज शनिवार (17 फरवरी) शाम 5.35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से ‘नॉटी बॉय’ रॉकेट को लॉन्च करने वाला है। दरअसल, ‘नॉटी बॉय’ नाम का यह राकेट इसरो का GSLV रॉकेट है। ISRO के अनुसार, GSLV रॉकेट का यह 16वां मिशन है और स्वदेशी क्रायोजॉनिक इंजन का इस्तेमाल करते हुए 10वीं फ्लाइट है।
इसरो का यह मिशन क्या है?
इसरो अपने इस मिशन में GSLV रॉकेट के माध्यम से INSAT-3DS सैटेलाइट का प्रक्षेपण करेगा। इस सैटेलाइट का काम मौसम सम्बंधित जानकारियां साझा करना है। INSAT-3DS सैटेलाइट का वजन 2,274 किलोग्राम है और इसकी मिशन लाइफ 10 साल है। INSAT-3DS सैटेलाइट पहले से ही अंतरिक्ष में मौजूद INSAT-3D (जिसे 2013 में लॉन्च किया गया था) और INSAT-3DR (जिसे सितंबर 2016 में लॉन्च किया गया था) की जगह लेगी।
क्यों पड़ा इस रॉकेट का नाम ‘नॉटी बॉय’ रॉकेट?
GSLV रॉकेट को ‘नॉटी बॉय’ का नाम इसलिए मिला है, क्योंकि इसके फेल होने की दर 40 फीसदी है। इस रॉकेट से अंजाम दिए गए 15 लॉन्च में से 4 फेल हुए हैं। ISRO की INSAT-3DS सैटेलाइट को अंतरिक्ष से मौसम का हाल-समाचार बताने के लिए लॉन्च किया जा रहा है। ‘Naughty Boy’ के नाम से मशहूर जीएसएलवी तीन स्टेज वाला रॉकेट है, जिसकी ऊंचाई 51.7 मीटर है। इस रॉकेट के जरिए 420 टन के भार को अंतरिक्ष में भेजा जा सकता है। रॉकेट भारत निर्मित क्रायोजेनिक इंजन का उपयोग करता है और इसरो कुछ और लॉन्चिंग के बाद इसे रिटायर करने की योजना बना रहा है।
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