2014 के बाद देश में विकास को लेकर उठाए गए कई अहम कदमों की बदौलत आज भारत अनुमान लगा सकता
है कि 2029 में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. शनिवार को जारी एसबीआई इको रेप का
कहना था कि भारत मौजूदा विकास दर के आधार पर अर्थव्यवस्था के मामले में 2027 में जर्मनी और 2029 में
जापान को पछाड़ सकता है. अभी वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की हिस्सेदारी 3.5 प्रतिशत है जिसके 2027 तक
4% से भी ज्यादा पर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. 2014 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की
हिस्सेदारी 3.5 प्रतिशत तक की रही थी. वही बात करें कैलेंडर वर्ष 2021 के अंतिम 3 महीने में तो भारत ब्रिटेन
को पछाड़कर पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है. एसबीआई के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्यकांति घोष की ओर
से तैयार रिपोर्ट में बताया गया कि 2014 में भारतीय अर्थव्यवस्था दसवें स्थान पर थी.
चल रही वित्त वर्ष 2022 में 23 की पहली तिमाही में भारत की विकास दर 13.5 % जो कि दुनिया भर की सबसे
ज्यादा अर्थव्यवस्था में से एक है. उधर वाणिज्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा है कि भारत 2047 तक दूसरी
सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकती है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत और ब्रिटेन के बीच मुफ्त उपहार समझौता
वार्ता दिवाली तक पूरी हो जाएगी.