गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। इस दौरान खान-पान, जीवनशैली, तनाव का स्तर, नींद और कई अन्य बातों का ध्यान रखना चाहिए। आजकल महिलाएं जो भी खाती हैं या उनकी दिनचर्या होती है उसका सीधा असर महिला और गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर पड़ता है। गर्भवती महिला और अजन्मे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए उचित पोषण बहुत महत्वपूर्ण है। इस समय महिलाओं का शरीर कई बदलावों से गुजरता है। साथ ही गर्भ में बच्चे का विकास भी होता है।
आयरन
एनीमिया को रोकने में आयरन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह गर्भावस्था के दौरान होने वाली कमजोरी और अन्य जटिलताओं को दूर करता है। यह हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए आवश्यक है। हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाता है। यह हमारी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाता है और भ्रूण के विकास में मदद करता है। गर्भवती महिलाओं को अधिक आयरन की आवश्यकता होती है ताकि बच्चे को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल सके।
फोलिक एसिड
फोलिक एसिड, या इसका प्राकृतिक रूप फोलेट, सबसे आवश्यक प्रसवपूर्व विटामिनों में से एक है। यह शिशु के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। फोलेट की कमी से गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास ख़राब हो सकता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को फोलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है।
कैल्शियम
यह बच्चे की हड्डियों, मांसपेशियों और दांतों के विकास के लिए जरूरी है। अगर गर्भवती महिला सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं लेगी तो बच्चा मां की हड्डियों से ऑक्सीजन लेगा और इससे महिला को परेशानी हो सकती है। डेयरी उत्पाद, दूध और हरी पत्तेदार सब्जियाँ। कैल्शियम का अच्छा स्रोत है।
आयोडीन
थायराइड हार्मोन के उत्पादन के लिए आयोडीन बहुत महत्वपूर्ण है। थायराइड हार्मोन बच्चे के मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शरीर में आयोडीन की कमी होने पर बच्चे का विकास करना मुश्किल हो जाता है।
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