दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार कोई ना कोई प्रयास करती रहती है। इन प्रयासों का असर सीधे तोर पर दिल्ली की वायु गुणवत्ता (Air Quality) के स्तर पर भी पड़ता है। इसकी पुष्टि थिंक टैंक ‘सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट’ (सीएसई) (Think Tank ‘Centre for Science and Environment) द्वारा जारी किए गए डाटा से भी हो रही है। इस पर विज्ञान और पर्यावरण केंद्र की माने तो सर्दियों में अब तक स्मोग का स्तर गंभीर श्रेणी में दर्ज नहीं किया गया है।
भारत की राजधानी दिल्ली में अधिकतर प्रदूषण बढ़ने के कारण वायु की गुणवत्ता का स्तर काफी खराब रहता है। जिसका हर्ज़ाना दिल्ली वालों की सांसों को भुगतना पड़ता है। इसका सबसे ज़्यादा असर इन दिनों में ही देखने को मिलता है। दिसंबर में भारी सर्दी पड़ने के कारण स्मोग (Smog) की मोटी परत दिल्ली पर छा जाती है। लेकिन इस बार आप दिल्ली का एक्यूआई (AQI) जानकार खुश हो जाएंगे क्योंकि इस बार आप दिल्ली शहर में खुल कर सांस ले सकते हैं।
दिल्ली के इलाके | AQI | श्रेणी |
अलीपुर | 136 | मध्यम |
शादीपुर | 219 | खराब |
द्वारका NSIT | 281 | खराब |
डीटीयू | 148 | मध्यम |
आईटीओ | 120 | मध्यम |
सिरी फोर्ट | 142 | मध्यम |
मंदिर मार्ग | 142 | मध्यम |
आर के पुरम | 149 | मध्यम |
पंजाबी बाग | 147 | मध्यम |
लोधी रोड | 118 | मध्यम |
नॉर्थ कैंपस | 122 | मध्यम |
मथुरा रोड | 131 | मध्यम |
पूसा | 111 | मध्यम |
आईजीआई एयरपोर्ट | 120 | मध्यम |
जेएलएन स्टेडियम | 149 | मध्यम |
नेहरू नगर | 187 | मध्यम |
द्वारका सेक्टर-8 | 183 | मध्यम |
पटपड़गंज | 136 | मध्यम |
डॉ. करणी सिंग शूटिंग रेंज | 146 | मध्यम |
अशोक विहार | 156 | मध्यम |
जहांगीरपुरी | 182 | मध्यम |
सोनिया विहार | 156 | मध्यम |
रोहिणी | 170 | मध्यम |
विवेक विहार | 182 | मध्यम |
नजफगढ़ | 152 | मध्यम |
मेजर ध्यानचंद स्टेडियम | 136 | मध्यम |
नरेला | 164 | मध्यम |
ओखला फेज-2 | 149 | मध्यम |
वजीरपुर | 162 | मध्यम |
बवाना | 173 | मध्यम |
अरबिंदो मार्ग | 159 | मध्यम |
मुंडका | NA | – |
आनंद विहार | 178 | मध्यम |
दिलशाद गार्डन | NA | – |
बुराड़ी | 176 | मध्यम |
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक़ आज यानी 14 दिसंबर की सुबह करीब 7 बजे दिल्ली का एक्यूआई 157 दर्ज किया गया है। दिल्ली के सभी इलाकों की एयर क्वालिटी (Air Quality) बेहतर हुई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अक्टूबर और नवंबर के महीने में राजधानी का औसत एक्यूआई (Average AQI) 142 एमजीसीएम दर्ज किया गया। 2016 की तुलना में यह 18 % कम रहा जबकि 2018 की तुलना में यह 38% कम दर्ज किया गया। वहीं अक्टूबर और नवंबर दिल्ली के दो सबसे प्रदूषित महीने रहे हैं। लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आगे आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ सकता है। दिल्ली के प्रदूषण को संतोषजनक स्तर पर लाने के लिए प्रदूषण को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों पर कुछ समय के लिए पूरी तरह से रोक लगानी पड़ेगी।
GRAP की स्टेज 3 के तहत हटाई गई पाबन्दियॉँ
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) की स्टेज III (Stage 3) को हटा दिया गया है। हालाँकि अभी भी ग्रेप के दूसरे चरण की पाबंदियों को जारी रखा गया है। लेकिन हालातों के और भी बेहतर होने पर इन पाबंदियों को हटाया जा सकता है।
GRAP के दूसरे चरण की पाबंदियों को जाने
•नियमित रूप से सड़कों की सफाई होगी। इसके अलावा हर दूसरे दिन पानी का छिड़काव किया जाएगा।
•होटल, रेस्त्रां इत्यादि में कोयले और तंदूर का इस्तेमाल वर्जित है।
•अस्पताल, रेल और मेट्रो जैसी जगहों को छोड़ कर और कहीं डीज़ल जनरेटर का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
•पब्लिक ट्रांसपोर्ट (Public Transport) को बढ़ावा देने के लिए पार्किंग फी को बढ़ाया जाएगा।
•इलेक्ट्रिक (Electric) या सीएनजी (CNG) बसों के फेरे बड़ा दिए जाएंगे।
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