Ghaziabad : 25 फरवरी, 2024 को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक साथ 44 शाखाएँ लगाई गई। यह एकीकृत शाखा शिप्रा मॉल के पार्क में एक स्थान पर लगाई गई। इंदिरापुरम मध्य नगर की 44 शाखाओं के इस महासंगम में 300 से अधिक स्वयंसेवक भाग लिया। इंदिरापुरम मध्य नगर की सभी शाखाएँ के एक स्थान पर लगाने का यह पहला अवसर था। शिप्रा मॉल के पार्क का दृश्य व वातावरण पूर्णतः भगवामय हो गया था।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अगले साल मनाएगा अपना 100वां जन्मदिन
गाजियाबाद के इंदिरापुरम मध्य नगर की सभी शाखाएँ के एक स्थान पर लगाने का कारण भी काफी रोचक है। दरअसल, संघ 2025 में अपने 100 वर्ष पूरे कर रहा है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने विजयादशमी के अवसर पर वर्ष 1925 में नागपुर में की थी। संघ के इस 100वीं वर्षगांठ होने के उपलक्ष में हरिनंदी महानगर की सभी शाखाएँ एक स्थान पर लगाई गई। दरअसल फरवरी, 2024 को संघ अपने प्रांतों के द्वारा शाखा विस्तार माह मना रहा है।
इसी क्रम में हरिनंदी महानगर के अंतर्गत आने वाली सभी नगरों ने एकीकृत शाखाओं का आयोजन किया। इंदिरापुरम मध्य की सभी शाखाएँ शिप्रा मॉल के पार्क में आयोजित एकीकृत शाखा में इकट्ठे हुए। इस कार्यक्रम में बच्चों, महिला व वृद्ध स्वयंसेवको ने भी भाग लिया। इस दौरान विभाग कार्यवाह देवेन्द्र ने सभी स्वयंसेवकों को संबोधित किया और आयोजन के लिए सभी को बधाई दी। देवेन्द्र के अतिरिक्त कृष्णानंद, ओम प्रकाश, सर्वेश, अमरीश, आदि ने इस आयोजन में उपस्थित रहे।
क्या होती है शाखा?
शाखा संघ की प्राथमिक इकाई है। आरएसएस के स्वयंसेवक प्रतिदिन सुबह-शाम या साप्ताहिक रूप से निकट के किसी पार्क में भगवा ध्वज फहराते हैं, जिसे शाखा कहा जाता है। स्वयंसेवक इस शाखाओं में शाखा प्रारंभ, सूर्यनमस्कार, खेल, बौद्धिक और प्रार्थना जैसी गतिविधियाँ करते हैं।
शाखा क्षेत्र के प्रमुख को शाखा कार्यवाह कहा जाता है, जबकि मुख्य शिक्षक शाखा प्रमुख होता है जो अपने गणशिक्षक और गटनायक के साथ सभी शाखा गतिविधियों का संचालन करता है।
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