न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक, 4 मार्च को सदन की कार्यवाही शुरू होती ही महाना ने बताया किया कि उन्हें माननीय विधायक द्वारा विधानसभा के हॉल में पान मसाला खाकर थूकने की जानकारी मिली है।
जानकारी मिलने के बाद उन्होंने खुद उस जगह की सफाई की। स्पीकर ने दावा किया कि उन्होंने खुद कुछ वीडियो में विधायक को कथित तौर पर थूकते हुए देखा है। लेकिन उन्हें सार्वजनिक रूप से बेइज्ज़त न होना पड़े इसलिए उनके नाम का खुलासा नहीं कर रहे हैं।
सतीश महाना ने विधानसभा में कहा,
आज सुबह मुझे ख़बर मिली कि हमारे विधानसभा के इस हॉल में किसी सदस्य ने पान मसाला खाकर थूका है। इसलिए मैं यहां आया और उसे साफ करवाया। मैंने वीडियो में विधायक को देखा है। लेकिन मैं किसी व्यक्ति को अपमानित नहीं करना चाहता। इसलिए मैं उनका नाम नहीं ले रहा हूं। मैं सभी सदस्यों से आग्रह करता हूं कि अगर वे किसी को ऐसा करते हुए देखें तो उन्हें रोकना चाहिए। इस विधानसभा को साफ रखना हमारी जिम्मेदारी है। अगर संबंधित विधायक आकर मुझसे कहते हैं कि उन्होंने ऐसा किया है तो अच्छा होगा, नहीं तो मैं उन्हें बुलाऊंगा।
पान मसाले की पिचकारी मारने वालों से निपटने के लिए गुवाहाटी ने 2019 में एक गज़ब की पहल की थी। तब यहां प्रधानमंत्री को आना था। सड़कें रंगी गई। लेकिन अधिकारियों को डर था कहीं पान के शौकीन उनकी किरकिरी न कर दें। इसके बाद गुवाहटी नगर निगम के अधिकारियों ने नए रंगी सड़क के डिवाइडरों को पॉलीथीन की चादरों से ढकने का फैसला किया। लेकिन बावजूद इसके कुछ पान और गुटखे के शौकीन लोगों ने अपनी छाप छोड़ ही दी थी।