शिवरात्रि 2024 मुहूर्त, तिथि एवं पूजन विधि – Shivratri 2024 auspicious time, date and worship method

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2 अगस्त को मनाई जाएगी शिवरात्रि, जाने इस बार क्या होने वाला है खास – Shivratri will be celebrated on 2nd August, know what is going to be special this time. 

सावन माह की शुरुआत आज यानी सोमवार 22 जुलाई से हो गयी है। सभी भक्तों को इस माह का इंतजार रहता है। हरिद्वार, गोमुख, गंगोत्री, से शिव भक्त गंगाजल लाकर अपने गांव के शिवालय में भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। इस दिन को सावन शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इस बार सावन शिवरात्रि का पावन पर्व 2 अगस्त 2024 को मनाया जा रहा है। जानते हैं कुछ महत्त्वपूर्ण बातें – 

  • क्या है महत्त्व?
  • क्या है पौराणिक कथा?
  • कैसे और किस समय करें अभिषेक?

क्या है महत्त्व – What is the importance

हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष का पांचवा महीना सावन माह का होता है। यह माह भगवान शिव को समर्पित है। धार्मिक मत है कि इस महीने में भोलेनाथ की पूजा करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और साथ ही मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। इस महीने में भगवान शिव का जलाभिषेक जरूर करना चाहिए।  ऐसा कहा जाता है कि अगर आप शिव जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो सावन माह में रुद्राभिषेक या जलाभिषेक जरूर करना चाहिए। सावन में शिवलिंग की पूजा और जलाभिषेक का महत्व शिव पुराण में बताया गया है। शिव जी को सावन का महीना सबसे प्रिय है। 

क्या है पौराणिक कथाWhat is mythology

पौराणिक कथाओं के अनुसार, सावन के इस महीने में माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए सोमवार के व्रत रखे थे और उन्होंने इसी महीने में घोर तपस्या भी की थी। इस तपस्या से खुश होकर ही भगवान शिव ने माता पार्वती को अपनी अर्धांगिनी के रूप से स्वीकार किया था। यही कारण है कि भगवान शिव को यह महीना बेहद प्रिय है। तभी से विवाह योग्य युवक और युवतियां सावन के सभी सोमवार का व्रत रखकर अपने योग्य बेहतर जीवनसाथी की मनोकामना लेकर शिव की आराधना करते हैं। 

कैसे और किस समय करें अभिषेक How and at what time to do Abhishek

  • सबसे पहले स्नान कर साफ वस्त्र धारण करके सूर्य देव को जल अर्पित करें।
  • शिवलिंग को उत्तर दिशा में स्थापित करें और सबसे पहले उसका गंगाजल से अभिषेक करें। इसके बाद अब शक्कर, दही, दूध और घी समेत आदि चीजों से अभिषेक करें।
  • इस दौरान प्रभु के मंत्रों का जाप करते हुए अंत में गंगाजल से अभिषेक करें।
  • शिव जी को चंदन का त्रिपुंड लगाकर फूलों की माला और बेलपत्र अर्पित करें। 
  • वस्त्र, रुद्राक्ष आदि से महादेव का शृंगार करें।

सावन शिवरात्रि 2024 – शुक्रवार, 2 अगस्त 2024

सावन शिवरात्रि रात्रि प्रहर पूजा समय: (दिल्ली)

प्रथम प्रहर – 7:11pm से 09:49pm | 2 अगस्त 2024

द्वितीय प्रहर – 9:49pm से 12:27am | 3 अगस्त 2024

तृतीय प्रहर – 12:27am से 3:06am | 3 अगस्त 2024

चतुर्थ प्रहर – 3:06am से 5:44am | 3 अगस्त 2024

सावन कृष्ण चतुर्दशी तिथि : 2 अगस्त 2024 3:26pm – 3 अगस्त 2024 3:50pm

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