दुनिया भर में स्वास्थ्य एक अति महत्वपूर्ण मुद्दा है, और इसमें से एक हृदय स्वास्थ्य का भी महत्वपूर्ण स्थान है। हमारा हृदय एक आवश्यक अंग होता है जो हमारे सभी शारीरिक गतिविधिओं के लिए उत्तरदायी है।
परिसंचरण तन्त्र (Circulatory System) के केंद्रीय भाग के रूप में, हृदय रक्त पंप करने, ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति करने और शरीर के सभी ऊतकों (tissue) से कार्बन डाइऑक्साइड जैसे अपशिष्ट को हटाने का कार्य करता है।
हृदय शरीर का एक अति आवश्यक अंग है; इसलिए, हृदय में छोटी सी खराबी या असामान्यताएं मानव स्वास्थ्य पर गंभीर असर कर सकती हैं। आमतौर पर, हृदय एक वयस्क की मुट्ठी के आकार का होता है और छाती के केंद्र में एक पेरिकार्डियल थैली (thoracic compartment) में बंद पाया जाता है, बाईं ओर झुका हुआ होता है, और वक्षीय डिब्बे में उरोस्थि (sternum) के नीचे होता है।
हृदय संबंधित रोग और समस्याएं दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्या हैं, और इसे समझने के लिए हर साल 29 सितंबर को “विश्व हृदय दिवस” मनाया जाता है। दरअसल, यह एक ऐसा दिन है जब हमें अपने हृदय के स्वास्थ्य का महत्व समझाने और इस पर ध्यान देने का मौका मिलता है।
1999 में वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन (WHF) ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ मिलकर विश्व हृदय दिवस की स्थापना की घोषणा की। इस वार्षिक आयोजन का विचार 1997-99 तक WHF के अध्यक्ष एंटोनी बेयस डी लूना द्वारा किया गया था।
हृदय संबंधित बीमारियाँ
हृदय संबंधित बीमारियाँ जैसे कि दिल की बीमारियाँ, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, और अल्परक्त की समस्याएं आजकल बहुत आम हो गई हैं। अधिकांश लोगों की अव्यावस्थित जीवनशैली, अन्य सारे तनाव, और अनुपयोगी आहार की वजह से ये समस्याएं बढ़ रही हैं।
विश्व हृदय दिवस का महत्व
विश्व हृदय दिवस एक महत्वपूर्ण दिन है जब हम सभी को हमारे हृदय स्वास्थ्य के महत्व को समझाने और इस पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलता है। इस दिन के अवसर पर विभिन्न स्वास्थ्य संगठन और चिकित्सक हृदय स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
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