हम अक्सर ये मान लेते हैं कि धर्म और टेक्नोलॉजी का आपस में कोई संगम हो ही नहीं सकता। यदि आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो डिजिटल बाबा के बारे में जानने के बाद आप इस बात को हमेशा हमेशा के लिए अपने दिमाग से निकाल देंगे। डिजिटल बाबा का असल नाम स्वामी राम शंकर है। ये बाबा डिजिटल बाबा के नाम से प्रसिद्ध है।
आपने अक्सर धार्मिक बाबाओं के मुहँ से मोह माया को त्यागने और सोशल मीडिया से दूर रहने की बात को सुना होगा। लेकिन ये बाबा स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से ही जनता के बीच प्रसिद्ध हुए हैं। स्वामी राम शंकर सोशल मीडिया प्रेमी है जिसकी वजह से इन्हे डिजिटल बाबा के नाम से जाना जाता है। ये बाबा कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (Social Media Platforms) पर काफी एक्टिव है। फेसबुक पर इनके फॉलोवर्स की संख्या हज़ारों में है। बाबा की यूट्यूब वीडियोस पर भी काफी अच्छे व्यूस आते हैं। सोशल मीडिया को अपनाने का उनका उद्देश्य युवा पीढ़ी में भारतीय संस्कृति और संस्कारों का संचार करना है।
बनना था हीरो, बन गए आध्यात्मिक गुरु
डिजिटल बाबा (Digital Baba) ने अपने विद्यार्थी जीवन में रंगमंच पर खूब अभिनय किया है। आगे चलकर अपने अभिनय करने के इस शोक को वह अपनी रोज़ी रोटी का ज़रिया बनाना चाहते थे जिसके लिए वह फिल्मों में अभिनय करना चाहते थे। लेकिन उनका यह सपना साकार नहीं हो सका। फिर एक दिन अचानक रात के अंधेरे में उन्होंने अपने घर का त्याग कर दिया और स्वयं की खोज में निकल पड़े। सांसारिक जीवन का परित्याग करने के लिए उन्होंने स्वामी शिवचरण दास महाराज द्वारा दीक्षा प्राप्त की। इस तरह डिजिटल बाबा के सन्यासी जीवन की शुरुआत हुई।
नर्मदा नदी का महत्व
मध्यप्रदेश और गुजरात की जीवन रेखा नर्मदा नदी का अधिकांश हिस्सा मध्य प्रदेश में बहता है। पावन नदी नर्मदा का उद्गम स्थान अमरकंटक है और नेमावर नगर में इसका नाभि स्थल मौजूद है। ये नदी ओंकारेश्वर होते हुए गुजरात में प्रवेश करती है जिसके बाद खम्भात की खाड़ी में इसका विलय हो जाता है। नर्मदा नदी के तट पर स्थित प्राचीन तीर्थ और नगर इसके पौराणिक महत्व का प्रमाण है। हिन्दू पुराणों में इस नदी का नाम रेवा भी बताया गया है। इस नदी की परिक्रमा का विशेष महत्व है।
सेल्फी स्टिक लेकर शुरू की नर्मदा यात्रा
युवा सन्यासी रामशंकर उर्फ़ डिजिटल बाबा ने selfie stick और collar mick लेकर नर्मदा नदी की परिक्रमा शुरू की थी। डिजिटल बाबा ने देवउठनी एकादशी पर गोमुख घाट पर विधिवत पूजा पाठ और कन्या भोज के उपरान्त ओंकारेश्वर से नर्मदा परिक्रमा की शुरुआत की थी।
सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को नर्मदा नदी की परिक्रमा कराने वाले डिजिटल बाबा के फॉलोवर्स की संख्या दिनोदिन बढ़ती जा रही है। हालफिलहाल में देश और दुनिया से लगभग डेढ़ लाख लोग उन्हें सोशल मीडिआ प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए फॉलो कर रहे हैं।
रविवार 22 जनवरी के दिन बाबा की नर्मदा परिक्रमा को 80 दिन का समय पूरा हो जाएगा। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य यहॉँ के आस पास के स्थानीय इलाकों की समस्या को सरकार तक पहुंचाना है। ये बाबा iphone , camera, ipad को हैंडल करने में माहिर होने के साथ ही सही एंगल से फोटो क्लिक करने में भी माहिर है।
Read Digital Baba’s Narmada Yatra Updates in English https://www.ultranewstv.com/latest-news/digital-babas-narmada-yatra-completed-80-days/
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