हरगोबिंद खुराना नोबेल पुरस्कार प्राप्त भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक थे। उन्हें यह जीवरसायन (Biochemistry) में यह उपलब्धि प्राप्त हुई थी। आज, 9 नवंबर, उनकी पुण्यतिथि पर जानते हैं उनके बारे में कुछ बातें।
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Har Gobind Khorana Biography in Hindi
- हरगोबिंद खुराना का जन्म 9 जनवरी, 1922 को हुआ था।
- वे तत्कालीन ब्रिटिश भारत (वर्तमान पंजाब, पाकिस्तान) के मुल्तान गांव में जन्मे थे।
- गणपत राय खुराना और कृष्णा देवी उनके माता-पिता थे।
- मुल्तान में डीएवी स्कूल से उन्होंने हाई स्कूल की परीक्षा पास की।
- तत्पश्चात, पंजाब विश्वविद्यालय, लाहौर से स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री अर्जित की।
- खुराना 1945 में वह भारत सरकार की फ़ेलोशिप पर लिवरपूल विश्वविद्यालय में कार्बनिक रसायन विज्ञान का अध्ययन करने के लिए इंग्लैंड चले गए।
- भारत विभाजन के पश्चात् उनका परिवार भारत आ गया।
- सन् 1952 में वे संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए और वर्ष 1966 में वे अमेरिकी नागरिक बन गए।
- अमेरिका में उन्होंने कई विश्वविद्यालयों में अध्ययन व अध्यापन कार्य किया।
- 1968 में खुराना को कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के मार्शल डब्ल्यू निरेनबर्ग और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के रॉबर्ट डब्ल्यू होली के साथ मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार उन्हें आनुवंशिक कोड और प्रोटीन संश्लेषण में इसके कार्य को स्पष्ट करने के लिए दिया गया।
- वर्ष 1972 में, वे किसी जीवित प्राणी के बाहर एक वर्किंग जीन को पूरी तरह से संश्लेषित करने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बन गए। वस्तुतः इस शोध में उनकी टीम यीस्ट जीन की पहली कृत्रिम प्रतिलिपि को संश्लेषित करने में सक्षम हुई।
- हरगोबिंद खुराना का 9 नवंबर, 2011 को 89 वर्ष की आयु में कॉनकॉर्ड, मैसाचुसेट्स में निधन हो गया।
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